नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के सत्र के दौरान इटली के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से अहम मुलाकात की। इस बैठक में ताजानी ने भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए इटली का पूर्ण समर्थन दोहराया।
ताजानी ने किया भारत दौरे का ऐलान
एंटोनियो ताजानी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने न्यूयॉर्क में भारत के विदेश और वाणिज्य मंत्रियों से महत्वपूर्ण वार्ता की। उन्होंने लिखा, “इटली और भारत के बीच रणनीतिक राजनीतिक और आर्थिक साझेदारी है, जिसे मैं अपने भारत दौरे के जरिए और मजबूत करना चाहता हूं। भारत इटली के लिए प्राथमिकता वाला देश है।”
ताजानी ने यह भी खुलासा किया कि इटली ने अपने निर्यातक कंपनियों को सहायता देने के लिए 500 मिलियन यूरो (लगभग 4,500 करोड़ रुपये) की विशेष योजना तैयार की है, ताकि भारत के साथ व्यापार को और बढ़ाया जा सके।
एफटीए से भारत-ईयू व्यापार को नई दिशा
इस बैठक में ताजानी ने कहा, “मैंने भारत-यूरोपीय संघ के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को तेजी से अंतिम रूप देने के लिए इटली का समर्थन दोहराया।” उनका मानना है कि इस समझौते के लागू होने से दोनों पक्षों के बीच व्यापार और निवेश को नई दिशा मिलेगी। इससे न केवल शुल्क घटेंगे और व्यापारिक नियम आसान होंगे, बल्कि निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
FTA का महत्व और संभावित लाभ
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत-ईयू FTA से भारतीय कंपनियों को यूरोप के विशाल बाजार तक आसान पहुंच मिलेगी। वहीं, यूरोपीय कंपनियों को भारत जैसे तेजी से बढ़ते बाजार में निवेश और व्यापार के बेहतर अवसर मिलेंगे। भारतीय IT, फार्मा और कृषि उत्पादों के लिए यह एक बड़ा लाभ साबित होगा। वहीं, यूरोप के ऑटोमोबाइल, लक्जरी गुड्स और मशीनरी सेक्टर के लिए भी भारत में नए अवसर खुलेंगे।
विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि ताजानी का आगामी भारत दौरा FTA वार्ताओं को गति देने में अहम कदम साबित होगा और दोनों पक्षों के लिए व्यापारिक एवं आर्थिक साझेदारी को मजबूत करेगा।
भारत-ईयू FTA: इटली ने दी समर्थन की पुष्टि, डिप्टी पीएम एंटोनियो ताजानी ने जल्द भारत दौरे का किया एलान





