यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बीते हफ्ते ओवल ऑफिस में हुई तीखी बहस पूरी दुनिया ने देखी। इस बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप ने जेलेंस्की को जमकर खरी-खोटी सुनाई। हालांकि ट्रंप से मुलाकात के कई घंटे पहले ही जेलेंस्की को इस संबंध में चेतावनी मिल चुकी थी, लेकिन जेलेंस्की ने इस सलाह को हल्के में लिया और फिर उसका परिणाम दुनिया ने देखा। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, रिपब्लिकन पार्टी की दक्षिण केरोलिना से सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ट्रंप से मुलाकात के कई घंटे पहले ही सलाह दी थी कि अगर बातचीत के दौरान कोई ऐसा मुद्दा आए, जिसमें उन्हें कुछ आलोचना का सामना करना पड़े तो वे प्रतिक्रिया देने से बचें। मतलब कि अगर उन्हें उकसाया जाए तो वे नाराज न हों और संयत होकर हालात को संभालें। हालांकि सलाह मिलने के बावजूद यूक्रेनी राष्ट्रपति चूक कर गए और जब बैठक में रूस-यूक्रेन युद्धविराम की बात आई तो दोनों तरफ से जमकर जुबानी तीर चले और बातचीत पटरी से उतर गई। गौरतलब है कि ट्रंप बार-बार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यूक्रेन को मास्को के साथ शांति समझौते पर बातचीत करनी चाहिए। हालांकि इसे लेकर यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगी असहज हैं। इसे लेकर ट्रंप खुश नहीं हैं। जब जेलेंस्की बातचीत के लिए ओवल ऑफिस पहुंचे तो ट्रंप ने पहले जेलेंस्की की पोशाक को लेकर मजाक किया और कहा कि ‘आप पूरी तरह से तैयार होकर आए हैं’। हालांकि उस वक्त जेलेंस्की बात को संभाल गए और मुस्कुराकर रह गए।
इसके बाद जब बैठक शुरू हुई, तो सबकुछ सही चल रहा था और दोनों नेताओं के बीच पूरी विनम्रता से बातचीत हो रही थी। इस बीच उपराष्ट्रपति जेडी वेंस बातचीत में शामिल हुए और उन्होंने यूक्रेनी नेता पर अमेरिका द्वारा की जा रही मदद के प्रति कृतज्ञ न होने का आरोप लगाया और यूक्रेनी कूटनीति पर सवाल उठाए। यहां जेलेंस्की चूक कर गए और उन्होंने पलटकर जेडी वेंस से सवाल किया कि ‘किस तरह की कूटनीति, जेडी?’ जेलेंस्की के इस बयान को वेंस ने सीधी चुनौती के तौर पर लिया और वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिकी राष्ट्रपति का अनादर करने का आरोप लगा दिया। इसके बाद ट्रंप ने भी आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया और जेलेंस्की को खूब सुनाया।