मुंबई, 9 अक्टूबर।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर आज अपने पहले भारत दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं की यह अहम बैठक मुंबई में सुबह 10 बजे शुरू होगी। इस दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा, ऊर्जा और शिक्षा सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर चर्चा होगी। साथ ही, दोनों नेता भारत-यूके विजन 2035 रोडमैप की समीक्षा करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देने की दिशा में रणनीति तय करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की जुलाई में लंदन यात्रा के दौरान ही स्टार्मर ने विजन 2035 का समर्थन किया था, जो दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी की नींव को मजबूत करता है। मुंबई में आज की यह बैठक इसी पहल को आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगी।
जिओ वर्ल्ड सेंटर में सीईओ फोरम और ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में भागीदारी
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री दोपहर 1:45 बजे मुंबई के जिओ वर्ल्ड सेंटर में सीईओ फोरम में हिस्सा लेंगे, जहां भारत और ब्रिटेन की शीर्ष कंपनियों के प्रमुख मौजूद रहेंगे। इसके बाद दोनों नेता दोपहर 2:45 बजे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) के छठे संस्करण में शामिल होकर मुख्य भाषण देंगे।
तीन दिवसीय फिनटेक फेस्ट में 75 से अधिक देशों के एक लाख से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है। आयोजन में 7500 से ज्यादा कंपनियां, 800 वक्ता और 400 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। इसमें सिंगापुर का मौद्रिक प्राधिकरण और जर्मनी का ड्यूश बुंडे बैंक जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संस्थान भी शामिल हैं।
विजन-2035 के तहत मजबूत साझेदारी पर जोर
दोनों देशों के बीच विजन-2035 रोडमैप व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा-सुरक्षा, जलवायु और ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा और जनसंपर्क जैसे क्षेत्रों में ठोस कदमों पर केंद्रित है। बैठक में कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा होगी।
स्टार्मर बोले – भारत के साथ व्यापार समझौता ‘विकास का लॉन्चपैड’
भारत आगमन से एक दिन पहले मुंबई में व्यापारिक नेताओं से बातचीत के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि “हमने जुलाई में भारत के साथ जो व्यापार समझौता किया, वह यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन का सबसे बड़ा और सबसे लाभकारी समझौता है। यह सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि विकास का लॉन्चपैड है।”
उन्होंने कहा कि भारत के साथ व्यापार तेज और सस्ता होने जा रहा है, जिससे दोनों देशों के नागरिकों को स्थिरता और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
वीजा नीति पर ब्रिटेन का सख्त रुख बरकरार
भारत रवाना होने से पहले स्टार्मर ने यह स्पष्ट किया कि ब्रिटेन भारत के लिए वीजा नियमों में कोई ढील नहीं देगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने के बड़े अवसर हैं, लेकिन भारतीय छात्रों या कामगारों के लिए नए वीजा रास्ते खोलने की योजना नहीं है।
मोदी ने किया स्वागत, बताया ऐतिहासिक यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ब्रिटिश प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने लिखा, “ब्रिटेन के अब तक के सबसे बड़े व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की पहली ऐतिहासिक यात्रा पर आए प्रधानमंत्री स्टार्मर का स्वागत है। एक मजबूत और समृद्ध भविष्य के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की प्रतीक्षा है।”
ब्रिटिश सरकार के अनुसार, स्टार्मर की यह यात्रा भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते से मिली गति को और आगे बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।





