पड़ोसी देश बांग्लादेश में उथल-पुथल के बाद से भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा को और चाक-चौबंद किया गया है। बीएसएफ पूर्वी कमान, कोलकाता के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रवि गांधी ने गुवाहाटी फ्रंटियर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी तीन दौरे पर हैं। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एडीजी ने अपनी यात्रा करे दौरान पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ संचालनात्मक तैयारियों और मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।कूचबिहार स्थित सेक्टर मुख्यालय में दौरे के पहले दिन, रवि गांधी को गुवाहाटी फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) संजय गौड़ और वरिष्ठ स्टाफ अधिकारियों द्वारा ब्रीफ किया गया। बीएसएफ के एडीजी ने कूचबिहार सेक्टर मुख्यालय के अधिकार क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ सीमा चौकियों (बीओपी) का भी दौरा किया। उन्होंने क्षेत्रीय कमांडरों के साथ बातचीत की, सीमा प्रभुत्व योजना की पूरी तरह से समीक्षा की और किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए ऑपरेशनल तैयारियों का मूल्यांकन किया। अधिकारी ने बताया कि ब्रीफिंग में बांग्लादेश में चल रहे अशांति के कारण उत्पन्न हो रही सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया और इन समस्याओं से निपटने के लिए उठाए जा रहे आवश्यक कदमों पर चर्चा की गई। इन चर्चाओं में किसी भी प्रकार के घुसपैठ को रोकने और सीमा पार अपराधों को नियंत्रित करने की रणनीतियों को प्रमुखता दी गई, ताकि सीमा क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।बीएसएफ के एडीजी ने सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने, स्थानीय आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सीमा अपराध मुक्त रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सीमा सुरक्षा में बीएसएफ कर्मियों की निरंतर मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने गुवाहाटी फ्रंटियर की भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपराधों को नियंत्रित करने की पहलों की सराहना की और बीएसएफ के जवानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा की प्रभावी और कुशल सुरक्षा की सराहना की। उन्होंने सभी कर्मियों से सतर्क रहने और भारत-बांग्लादेश सीमा की अखंडता बनाए रखने में उनके आदर्श कार्य को जारी रखने का आह्वान किया।