राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की कही बातों का जवाब तो दिया लेकिन करीब दो घंटे के अपने भाषण में न एक बार भी उनका नाम नहीं लिया। पीएम ने नेता प्रतिपक्ष को लगातार बालक बुद्धि कहकर निशाना साधा। पीएम ने अपने 10 साल के काम का जिक्र किया, भविष्य में काम करने का संकल्प दोहराया तो कांग्रेस और राहुल गांधी पर खूब निशाने भी साधे। नीट और अग्निवीर मसले पर बोले लेकिन मणिपुर का एक बार भी नाम नहीं लिया। उधर, विपक्ष पहली बार पीएम के पूरे भाषण में शोर-शराबा करता रहा। विपक्षी सांसद ‘मणिपुर को न्याय दो’, ‘प्रधानमंत्री मणिपुर चलो’ के नारे लगाते रहा।
छोटे बच्चे के कुछ किस्से सुनाकर प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी को बालक बुद्धि बताया। साथ ही कटाक्ष किया कि आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है। मोदी ने शोले फिल्म का जिक्र करते हुए राहुल पर निशाना साधा। पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि शोले फिल्म की मौसीजी याद होगी। तीसरी बार तो हारे हैं…पर मौसी मॉरल विक्ट्री तो है ना। 13 राज्यों में जीरो सीटें आई है…अरे मौसी पर हीरो तो हैं ना। पार्टी की लुटिया तो डुबोई है… अरे मौसी पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है ना। मोदी ने कांग्रेस से कहा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में नशे में मत डुबाओ। ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को स्वीकार करो। मोदी ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि वे सिंपेथी हासिल करने के लिए ड्रामा कर रहे हैं लेकिन देश सच्चाई जानती है कि ये हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। मोदी ने कहा कि बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है न ही व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है तो सदन में भी किसी के गले पड़ जाता है। यह बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देता है तो सदन के अंदर बैठ कर के आंखें मारते हैं। इनकी सचाई पूरा देश समझ गया है। इसलिए देश इनसे कह रहा है- तुमसे ना हो पाएगा।
मोदी ने कहा कि छह दशक तक देश पर राज करने वाली पार्टी अराजकता फैलाने में लगी है। जिन नेताओं ने देश के हिस्से को भारत से अलग करने की वकालत की उन्हें कांग्रेस ने सांसद का टिकट दिया। कांग्रेस खुलेआम एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ लड़ाने के लिए अफवाहें फैला रही है। देश के एक हिस्से के लोगों को हीन बताने की प्रवृति को भी कांग्रेस के लोग बढ़ावा दे रहे हैं। कांग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की दिशा में भी सोची समझी चाल चल रही है। उनके राज्यों में जिस तरह ये आर्थिक कदम उठा रहे हैं वो रास्ता देश को आर्थिक अराजकता की तरफ घसीटने वाला है। मोदी ने कहा कि इन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सवालों के घेरे में लाकर अराजकता फैलाने का प्रयास किया गया है। सीएए को लेकर जो अराजकता फैलाई गई, पूरा इको सिस्टम इस पर बल देता रहा ताकि उनके राजनीतिक मकसद पूरे हों। देश को दंगों में झोंकने के भी कुत्सित प्रयास देश ने देखे हैं।





