दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में धूल भरी सड़क पर तेल टैंकर में आग लग गई। इसके बाद उसमें विस्फोट हो गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 56 अन्य घायल हो गए। स्थानीय पुलिस अधिकारी अत्ता उल्लाह ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ, जब सोमवार को बलूचिस्तान प्रांत के नौशकी जिले में दमकलकर्मी आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे। दमकलकर्मी और घटनास्थल पर जमा भीड़ में शामिल लोग भी घायल हुए हैं। टैंकर चालक और एक राहगीर की मौत हो गई।
क्वेटा के सिविल अस्पताल के प्रवक्ता वसीम बेग ने बताया कि करीब एक दर्जन घायलों की हालत गंभीर है। कुछ को दक्षिणी शहर कराची ले जाया जा रहा है, जहां बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने प्रांत की राजधानी क्वेटा के सिविल अस्पताल का दौरा किया और डॉक्टरों को पीड़ितों को सर्वोत्तम संभव देखभाल प्रदान करने का निर्देश दिया।
पाकिस्तान में तेल टैंकरों से जुड़ी जानलेवा घटनाएं आम हैं। 2017 में पंजाब प्रांत के अहमदपुर ईस्ट में 200 से अधिक लोग मारे गए थे, जब निवासियों द्वारा लीक हो रहे ईंधन को इकट्ठा करने के प्रयास में एक ईंधन टैंकर में आग लग गई थी।
इस बीच अशांत बलूचिस्तान प्रांत के जियारत जिले में निवासियों ने गोलियों से छलनी सात लोगों के शव पाए। जियारत के डिप्टी कमिश्नर जकाउल्लाह दुर्रानी ने बताया कि शव सुबह चोटियार इलाके में मिले। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी सात शवों पर कई गोलियों के निशान थे, जिससे पता चलता है कि उनकी हत्या एक ही समय में की गई।
उन्होंने बताया कि शवों की बरामदगी के तुरंत बाद गुस्साई भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोगों ने जियारत हाईवे पर धरना देकर यातायात बाधित कर दिया। हम चोटियार और जियारत को जोड़ने वाले हाईवे को खाली करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बात कर रहे हैं। शवों को पोस्टमार्टम और पहचान के लिए जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया है।