वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क। संयुक्त राज्य अमेरिका के एक बड़े हिस्से में इन दिनों कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है। भीषण बर्फीले तूफान और कड़ाके की ठंड (Bomb Cyclone) के कारण पूरे देश में हवाई यातायात चरमरा गया है। मौसम की मार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि केवल एक दिन में 1,802 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि 22,349 से अधिक विमानों ने घंटों की देरी से उड़ान भरी। इस संकट ने छुट्टियों के सीजन में घर जाने वाले लाखों यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
ठप हुआ हवाई यातायात, एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी
बर्फीली हवाओं और शून्य से नीचे गिरते तापमान के कारण अमेरिका के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर रनवे बर्फ की चादर से ढक गए हैं।
- कैंसिलेशन का आंकड़ा: फेडरल एविशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के अनुसार, दृश्यता (Visibility) शून्य होने के कारण विमानों का संचालन असंभव हो गया है। सबसे ज्यादा असर शिकागो, डेनवर और न्यूयॉर्क के एयरपोर्ट्स पर देखा गया है।
- यात्रियों की मुसीबत: हजारों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं। होटलों में जगह नहीं है और लोग एयरपोर्ट टर्मिनल्स पर ही सोने को मजबूर हैं। एयरलाइंस कंपनियों का कहना है कि वे सुरक्षा से कोई समझौता नहीं कर सकतीं।
‘बम चक्रवात’ जैसी स्थिति: रिकॉर्ड तोड़ गिरावट
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह बर्फीला तूफान एक ‘बम चक्रवात’ (Bomb Cyclone) का रूप ले चुका है।
- तापमान: कई राज्यों में तापमान -30°C से -45°C तक गिर गया है। इतनी ठंड में बाहर निकलना जानलेवा साबित हो रहा है।
- बिजली संकट: तूफान के कारण बिजली की लाइनें टूट गई हैं, जिससे लाखों घरों में अंधेरा छा गया है और हीटिंग सिस्टम बंद हो गए हैं।
सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित
केवल हवाई यात्रा ही नहीं, बल्कि सड़कों पर भी बर्फ जमा होने के कारण सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने कई प्रमुख हाईवे को बंद कर दिया है। एमट्रैक (Amtrak) जैसी रेल सेवाओं ने भी अपनी दर्जनों ट्रेनों को रद्द करने या उनके समय में बदलाव करने की घोषणा की है।
प्रशासन की अपील: “घरों में ही रहें”
अमेरिकी सरकार और मौसम विभाग ने नागरिकों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, वे यात्रा न करें। राष्ट्रपति कार्यालय लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुँचाने के निर्देश दिए गए हैं।
एक नज़र में तबाही के आंकड़े
| स्थिति | प्रभाव |
| रद्द उड़ानें | 1,802+ |
| देरी से चलने वाली उड़ानें | 22,349+ |
| प्रभावित आबादी | लगभग 20 करोड़ लोग |
| मुख्य कारण | भीषण हिमपात और बर्फीली हवाएं |





