Wednesday, December 24, 2025

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पोप के सहयोगी ने अमेरिका की प्रवासी नीति और USAID कटौती पर जताई चिंता

पोप फ्रांसिस के प्रवास और विकास मामलों के प्रमुख कार्डिनल माइकल चेर्नी ने अमेरिका की ट्रंप प्रशासन की तरफ से प्रवासियों पर की जा रही सख्ती और यूएसएआईडी के बजट में कटौती पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने अमेरिकी सरकार से ईसाई मूल्यों को अपनाने और जरूरतमंदों की मदद करने की अपील की। कार्डिनल चेर्नी, जो वेटिकन के प्रवासी, पर्यावरण और कैरिटास इंटरनेशनलिस जैसे चर्च सहायता संगठनों के प्रमुख हैं, ने कहा कि अमेरिका की नई नीतियों से प्रवासियों में डर का माहौल बन रहा है और चर्च संचालित महत्वपूर्ण सहायता कार्यक्रम खतरे में पड़ गए हैं। यूएसएआईडी अमेरिका की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानवीय और विकास एजेंसी है, जिसने 2023 में $40 बिलियन से अधिक की सहायता वितरित की थी। लेकिन ट्रंप प्रशासन और उनके सहयोगी अरबपति एलन मस्क ने इस एजेंसी पर कड़ा प्रहार किया है। अचानक हुई फंडिंग कटौती के कारण दुनिया भर में यूएसएआईडी के अधिकांश कार्यक्रम ठप हो गए हैं। हालांकि, एक संघीय न्यायाधीश ने शुक्रवार को अस्थायी रूप से इन कटौतियों पर रोक लगा दी है। यूएसएआईडी के सबसे बड़े गैर-सरकारी लाभार्थियों में से एक ‘कैथोलिक रिलीफ सर्विसेज’ पहले ही इन कटौतियों पर चिंता जता चुका है। कार्डिनल चेर्नी का कहना है कि सरकार को अपने बजट की समीक्षा करने का अधिकार है, लेकिन अचानक सहायता रोकने से गरीब और जरूरतमंद लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि सरकार को यूएसएआईडी के कार्यक्रमों में कोई विचारधारा संबंधी समस्या लगती है, तो उसे पूरी तरह से बंद करने की बजाय सुधार करने की जरूरत है।

वेटिकन और अमेरिकी कैथोलिक समुदाय ट्रंप प्रशासन की तरफ से प्रवासियों के खिलाफ लिए जा रहे कड़े फैसलों को लेकर भी चिंतित हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने बताया कि ट्रंप प्रशासन के कार्यभार संभालने के बाद से 8,000 से अधिक प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ को संघीय जेलों में रखा गया है, जबकि कुछ को ग्वांतानामो बे नेवल बेस पर रखा गया है।

कार्डिनल चेर्नी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से न्याय की प्रक्रिया को ठेस पहुंचती है और प्रवासियों को आतंकित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम केवल यही आशा कर सकते हैं कि लोग, चाहे वे किसी भी धर्म या समाज से हों, इन कमजोर प्रवासियों की रक्षा करने में मदद करेंगे।’

 

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