भारत और रूस के रिश्तों की मजबूती का एक और नजारा उस समय सामने आया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से गर्मजोशी से हाथ मिलाया और गले लगकर परस्पर आभार जताया। इस मुलाकात के दृश्य न केवल भारत-रूस संबंधों की गहराई को दर्शाते हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोनों देशों की निकटता का स्पष्ट संदेश भी देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को भारत की ओर से सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। वहीं राष्ट्रपति पुतिन ने भी भारत के साथ दोस्ती और रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों नेताओं के बीच इस बातचीत में ऊर्जा, रक्षा, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
मंच पर यह पल उस समय और भी खास हो गया, जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी वहीं मौजूद थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी और पुतिन के बीच की नजदीकी और गर्मजोशी को देखकर शहबाज शरीफ कुछ पल असहज नजर आए और उन्हें केवल दूर से ही यह दृश्य देखना पड़ा।
कूटनीतिक हलकों में इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों में भारत और रूस का एक-दूसरे के करीब आना न केवल द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी दोनों देशों की स्थिति को और सशक्त करेगा।