देहरादून/केदारनाथ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे से राज्य में आगामी शीतकालीन यात्रा (विंटर चारधाम यात्रा) को लेकर नई उम्मीदें जगी हैं। खास तौर पर केदारनाथ और बदरीनाथ धाम से जुड़े तीर्थ क्षेत्रों में पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों के प्रति लोगों में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री द्वारा मंदिर की प्रतिमूर्ति भेंट करने की घटना को श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने एक आध्यात्मिक सम्मान के रूप में देखा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दौरे के दौरान केदारनाथ धाम में भगवान शिव की आराधना की और मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने भगवान केदारनाथ की प्रतिमूर्ति भेंट की, जिसे स्थानीय पुजारियों और श्रद्धालुओं ने आस्था और आभार का प्रतीक बताया।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे राज्य में शीतकालीन पर्यटन को भी मजबूती मिलेगी। उनके अनुसार, जैसे-जैसे सर्दियों में केदारनाथ, उखीमठ, जोशीमठ, जोशीमठ के नरसिंह मंदिर और कपिलेश्वर जैसे धामों में पूजा-अर्चना के कार्यक्रम बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि प्रधानमंत्री के आगमन से राज्य में विंटर टूरिज्म सर्किट को नया प्रोत्साहन मिलेगा। हाल के वर्षों में सरकार ने चारधाम यात्रा को केवल ग्रीष्मकालीन न रखकर पूरे वर्ष आकर्षक बनाने के प्रयास तेज किए हैं। इसमें केदारनाथ और बदरीनाथ की शीतकालीन प्रतिमाओं के दर्शन को भी प्रमुख रूप से जोड़ा गया है।
स्थानीय व्यापारी और होटल व्यवसायी भी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी के दौरे से न सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। क्षेत्र के युवा उम्मीद कर रहे हैं कि इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और सर्दियों के मौसम में भी क्षेत्र में आवाजाही बनी रहेगी।
आस्था, संस्कृति और पर्यटन के इस संगम को लेकर उत्तराखंड में इस समय एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे ने इस विश्वास को और मजबूत किया है कि आने वाले समय में राज्य न केवल चारधाम यात्रा का केंद्र रहेगा, बल्कि शीतकालीन धार्मिक पर्यटन का भी प्रमुख गंतव्य बनेगा।





