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पीएम मोदी के दखल से एनडीए में सीट बंटवारा फाइनल, आज जारी हो सकती है पहली सूची

नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव से पहले लंबे समय से चल रही एनडीए गठबंधन की सीटों पर खींचतान आखिरकार खत्म होती दिख रही है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीधे हस्तक्षेप के बाद सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है। सभी प्रमुख सहयोगी दलों के बीच समझौता तय हो गया है और अब पहली उम्मीदवार सूची आज जारी होने की संभावना है।

सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद प्रमुख सहयोगी दलों के नेताओं से बातचीत कर गतिरोध दूर किया। भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री ने भी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई। बताया जा रहा है कि कई राज्यों में सीटों पर मतभेद बने हुए थे, जिन्हें पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बाद अंतिम रूप दिया गया।

सहयोगियों के बीच सहमति

जानकारी के मुताबिक, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब जैसे राज्यों में सीटों के बंटवारे पर विशेष ध्यान दिया गया है। बिहार में भाजपा और जेडीयू के बीच पहले सीटों को लेकर तनातनी थी, जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के बीच तालमेल को लेकर बातचीत अटकी हुई थी। अब सभी पक्षों ने जीतने योग्य उम्मीदवारों की नीति” पर सहमति जताई है।

एनडीए के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि “गठबंधन की एकता और मजबूती सबसे जरूरी है, इसलिए सीटों के बजाय जीत और जनता के विश्वास को प्राथमिकता दी जाए।” इसी दिशा में सभी दलों ने लचीला रुख अपनाया और समझौते को अंतिम रूप दिया।

आज सकती है उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

भाजपा मुख्यालय में बीती रात देर तक मंथन के बाद तय हुआ कि एनडीए की पहली उम्मीदवार सूची आज जारी की जाएगी। इसमें भाजपा के साथ-साथ प्रमुख सहयोगी दलों—जेडीयू, शिवसेना (शिंदे गुट), एलजेपी (पशुपति पारस), और एनसीपी (अजीत पवार गुट)—के उम्मीदवार शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार, पहली सूची में लगभग 150 से 180 सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जा सकते हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख राज्यों की सीटें शामिल होंगी।

रणनीतिक समन्वय पर जोर

एनडीए ने इस बार सीट बंटवारे के साथ संयुक्त प्रचार अभियान और साझा घोषणापत्र पर भी सहमति जताई है। भाजपा नेतृत्व ने निर्देश दिया है कि सभी सहयोगी दल अपने-अपने राज्यों में प्रचार अभियान को समन्वित ढंग से चलाएं और प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों में मिलजुलकर भाग लें।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पीएम मोदी के दखल के बाद एनडीए में स्थिरता और स्पष्ट दिशा दिखाई दे रही है। इससे चुनावी तैयारियों में तेजी आएगी और विपक्ष के महागठबंधन के मुकाबले एनडीए एकजुट छवि के साथ मैदान में उतरेगा।

निष्कर्ष

एनडीए की सीट डील पर सहमति और पहली सूची जारी होने की तैयारी से यह साफ है कि अब गठबंधन पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप ने न केवल भीतर की नाराजगी को शांत किया है, बल्कि यह भी संदेश दिया है कि एकजुट एनडीए ही 2025 की निर्णायक ताकत बनेगा।”

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