Tuesday, July 1, 2025

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‘पाकिस्तान को आतंकवादी राज्य घोषित करें’, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में गए सांसद की मांग

भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर दहशतगर्दों के पनाहगाह पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को बेनकाब किया। शिष्टमंडलों ने अल्जीरिया, डेनमार्क, ब्रिटेन, इथियोपिया, फ्रांस, इटली जैसे देशों में भारत का पक्ष मजबूती से रखा। ग्रीस, बहरीन, कतर, रूस, जापान और यूएई जैसे देशों में भी दहशतगर्दों के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति बताई गई। कांग्रेस सांसद शशि थरूर नीत सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका दौरे पर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद नीत शिष्टमंडल जर्मनी दौरे से वापस भारत आ चुका है। वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की कूटनीतिक मुहिम जारी है। अलग-अलग दलों में शामिल इन 51 सांसदों के अलावा कई राजनयिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजनयिकों ने पाकिस्तानी दुष्प्रचार को धराशायी किया है।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम सबसे मिले और उन सबका कहना है कि किसी भी हालत में आतंकवाद को बंद करना चाहिए और भारत की इस लड़ाई में वो भारत के साथ खड़े हैं…हमारी मांग यही रही है कि पाकिस्तान को आतंकवादी राज्य घोषित किया जाना चाहिए और पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए…इसी को लेकर हमारी बातचीत हुई।’भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘हमने यूरोप के छह देशों का दौरा किया और हमें पता चला कि पूरा यूरोप एक नई आर्थिक व्यवस्था में आने की कोशिश कर रहा है और हर देश ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की है। हमने संदेश दिया है कि अगर सीमा पर कोई आतंकवादी गतिविधि देखी जाती है, तो उसका जवाब अलग होगा। हमने किसी देश से मध्यस्थता की मांग नहीं की।’ भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में ग्रुप-2 का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘भारत वापस आकर बहुत अच्छा लग रहा है। हमारे प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस, इटली, डेनमार्क, इंग्लैंड, ब्रुसेल्स और जर्मनी का दौरा किया। हमने संसद, थिंक-टैंक और भारतीय समुदाय के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर विदेशी देशों में बहुत गुस्सा है और सभी देशों ने इसकी निंदा की है। हम यूरोपीय संसद भी गए। भारतीय समुदाय हमसे मिलने के लिए बहुत उत्साहित था। भारत और यूरोप के बीच एक नया रिश्ता स्थापित होने जा रहा है। यह एक बहुत ही संतोषजनक यात्रा थी। भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और इसका असर भी हर जगह दिख रहा है। आतंकवाद के मुद्दे पर पूरा यूरोप भारत के साथ खड़ा है।’

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