काठमांडू/नई दिल्ली। नेपाल की राजधानी काठमांडू में बीते दो दिनों से जारी हिंसक प्रदर्शनों ने हालात गंभीर बना दिए हैं। राजधानी में उपद्रवियों और पुलिस के बीच झड़पों के चलते सोमवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। इसकी वजह से कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुईं, जिनमें भारत से आने-जाने वाली उड़ानें भी शामिल हैं।
हवाई अड्डे प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने एयरपोर्ट पहुंचने वाले मार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यात्रियों और कर्मचारियों की आवाजाही बाधित हुई। स्थिति बिगड़ने पर सुरक्षा कारणों से सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। इंडिगो, एयर इंडिया और विस्तारा की दिल्ली-काठमांडू व मुंबई-काठमांडू मार्ग की उड़ानें प्रभावित हुईं। इससे बड़ी संख्या में यात्री एयरपोर्ट और भारत-नेपाल सीमा पर फंसे रहे।
भारतीय दूतावास ने हालात को देखते हुए विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक मदद ले सकें। दूतावास ने यात्रियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में सीधे हेल्पलाइन से संपर्क करें। साथ ही यात्रियों को स्थानीय प्रशासन और एयरलाइन कंपनियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
गौरतलब है कि नेपाल में यह विरोध प्रदर्शन सरकार की हालिया नीतियों के खिलाफ शुरू हुआ था, लेकिन देखते ही देखते आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह सरकारी कार्यालयों और वाहनों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हालात को काबू में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। वहीं नेपाल सरकार ने शांति बहाली की अपील करते हुए कहा है कि प्रदर्शनकारियों से बातचीत के जरिए समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।
मौजूदा स्थिति में नेपाल यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा टालने की सलाह दी गई है।