अमेरिका की भारतवंशी रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने भारत को सलाह दी है कि वह रूसी तेल आयात को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बातों पर गंभीरता से विचार करे और इस मुद्दे का समाधान जल्द से जल्द खोजे। उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस और भारत के बीच व्यापारिक मतभेदों तथा रूसी तेल आयात जैसे संवेदनशील विषयों पर कठोर लेकिन सकारात्मक बातचीत की आवश्यकता है।
निक्की हेली ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि “भारत द्वारा रूस से भारी मात्रा में तेल खरीदना व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन युद्ध को वित्तीय मदद देता है, इस पर ट्रंप की आलोचना सही है। हालांकि, अमेरिका को भारत को चीन जैसा विरोधी नहीं, बल्कि एक मूल्यवान लोकतांत्रिक साझेदार मानकर संवाद करना चाहिए।”
हेली ने अपने हालिया पोस्ट में न्यूजवीक के लिए लिखे एक लेख का अंश भी साझा किया। यह लेख उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते टैरिफ तनाव पर लिखा था। पहले निक्की हेली ने भारत पर टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की थी, लेकिन इसके चलते उन्हें अपनी ही पार्टी में विरोध झेलना पड़ा। राजनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय समीकरणों को देखते हुए अब उन्होंने अपने रुख में नरमी दिखाई है और भारत से ट्रंप के बयानों पर ध्यान देने की अपील की है।
भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर हेली ने कहा, “दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र दशकों से मित्रता और सद्भावना साझा कर रहे हैं। चीन की चुनौती का मुकाबला करने के लिए अमेरिका के पास भारत जैसा भरोसेमंद मित्र होना बेहद आवश्यक है।”
दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली, ट्रंप के पहले कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थायी प्रतिनिधि रह चुकी हैं। वह अमेरिकी प्रशासन में कैबिनेट स्तर का पद पाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी भी हैं।