ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को 15 वर्ष और उससे कम उम्र के किसी भी व्यक्ति के लिए धूम्रपान पर प्रभावी प्रतिबंध लगाने की अपनी योजना के खिलाफ मुखर विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे जुड़ा एक नया विधेयक मंगलवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में मतदान लाया गया है। भारतीय मूल के ब्रिटिश पीएम ने पिछले साल तंबाकू और वेप्स विधेयक का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने 1 जनवरी, 2009 के बाद पैदा हुए (15 वर्ष से कम के) किसी भी व्यक्ति को तंबाकू उत्पाद बेचने को अपराध बनाकर “धूम्रपान मुक्त पीढ़ी” बनाने के अपने दृष्टिकोण की घोषणा की थी। एक बार इस विधेयक को संसद से मंजूरी मिल गई तो यह नाया कानून दुनिया के कुछ सबसे सख्त धूम्रपान विरोधी कानूनों में से एक होगा। सुनक ने पिछले साल अक्तूबर में कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में घोषणा की थी, “मैं प्रस्ताव करता हूं कि भविष्य में हम हर साल धूम्रपान की न्यूनतम उम्र एक वर्ष बढ़ाएं। इसका मतलब है कि आज एक 14 वर्षीय को कानूनी रूप से सिगरेट नहीं बेची जाएगी इससे आने वाली पीढ़ी धूम्रपान मुक्त हो सकती है।