गुरुवार से भारत में एनआईए द्वारा आयोजित दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन की शुरुआत होने वाली है। जिसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार अपनी शून्य सहनशीलता की नीति के साथ आतंक मुक्त भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गुरुवार से शुरू होने वाला दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन भारत के सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए एजेंसियों के बीच समन्वय को और बढ़ाएगा। गृहमंत्री ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह वार्षिक सम्मेलन पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले मुद्दों और आतंकवाद से उत्पन्न होने वाले खतरों पर विचार-विमर्श के लिए परिचालन बलों, तकनीकी, कानूनी और फोरेंसिक विशेषज्ञों और आतंकवाद-रोधी एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में उभरा है।
शाह ने कहा इस सम्मेलन का मुख्य फोकस संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की भावना में आतंकवाद के खतरे के खिलाफ समन्वित कार्रवाई के लिए चैनल स्थापित करके विभिन्न हितधारकों के बीच तालमेल विकसित करना और भविष्य की नीति निर्माण के लिए ठोस इनपुट प्रस्तुत करना है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सम्मेलन में उभरती प्रौद्योगिकियों, अंतरराष्ट्रीय कानूनी सहयोग और भारत के विभिन्न आतंकवाद विरोधी एजेंसियों में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने की रणनीतियों से संबंधित चुनौतियों और अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी।
भारत में एनआईए द्वारा आयोजित दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024 की शुरुआत गुरुवार को होने वाली है। जिसका उद्धघाटन गृह मंत्री अमित शाह करने वाले है। बता दें कि इस सम्मेलन में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, आतंकवाद-रोधी मुद्दों से निपटने वाली केंद्रीय एजेंसियों और विभागों के अधिकारी और कानून, फोरेंसिक और प्रौद्योगिकी जैसे संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे।