दिसंबर का महीना खगोल प्रेमियों के लिए बेहद खास होने जा रहा है। इस पूरे महीने आसमान में कई दुर्लभ और आकर्षक खगोलीय घटनाएँ एक साथ घटित होंगी। वर्ष की अंतिम तिमाही में पड़ने वाला यह महीना दो प्रमुख उल्कापात, एक शानदार सुपरमून और छह ग्रहों की अनोखी चमक का गवाह बनेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर का रात्री आकाश इस बार एक प्राकृतिक महोत्सव जैसा दिखाई देगा, जिसे आम लोग भी बिना किसी विशेष उपकरण के देख सकेंगे।
सबसे पहले दिसंबर के पहले पखवाड़े में दो प्रमुख उल्कापात—जेमिनिड्स और उर्सिड्स—अपनी पूरी चमक के साथ सक्रिय रहेंगे। इनमें से जेमिनिड्स को वर्ष के सबसे उज्ज्वल और घने उल्कावर्षा में गिना जाता है। साफ आकाश की स्थिति में दर्शक हर घंटे दर्जनों उल्काओं को धरती के वातावरण में प्रवेश करते हुए देख सकेंगे। यह दृश्य विशेषकर रात के देर घंटों से लेकर सुबह के शुरुआती समय में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
दूसरी ओर, महीने के तीसरे सप्ताह में ‘सुपरमून’ अपनी मौजूदगी से रात के आकाश को एक अलग ही आभा प्रदान करेगा। सुपरमून वह अवस्था है, जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे नजदीक आ जाता है और सामान्य से अधिक चमकीला और बड़ा दिखाई देता है। इस दौरान चांदनी की रोशनी पूरे आकाश पर फैल जाएगी और प्राकृतिक सौंदर्य का एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करेगी।
इन घटनाओं के अलावा, दिसंबर का आसमान छह प्रमुख ग्रहों की एक साथ चमक का भी दुर्लभ अवसर प्रदान करेगा। कुछ ग्रह सूर्यास्त के बाद दिखाई देंगे, जबकि अन्य तड़के सुबह क्षितिज पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, यह संयोग वर्ष में बहुत कम देखने को मिलता है और इसे देखना आम दर्शकों के लिए किसी सौगात से कम नहीं होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर का यह खगोलीय महोत्सव न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रकृति की भव्यता को करीब से महसूस करने का एक अवसर है। साफ मौसम और प्रकाश प्रदूषण कम होने पर यह नजारा और भी अधिक मंत्रमुग्ध कर देने वाला होगा। ऐसे में खगोल प्रेमियों को दिसंबर की रातों में आसमान की ओर नजरें टिकाए रखने की सलाह दी जा रही है।





