Tuesday, May 20, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

दिल्ली में AIMPLB ने बुलंद की आवाज; कहा- संविधान से चलेगा देश

नए वक्फ कानून को लेकर जारी घमासान के बीच मुस्लिम संगठनों ने मंगलवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अपनी ताकत का एहसास कराया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के बैनर तले आयोजित वक्फ बचाओ सम्मेलन में देशभर के मुस्लिम संगठनों ने साफ किया कि वे वक्फ कानून में संशोधन किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे। एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि देश किसी पार्टी के घोषणापत्र से नहीं चलेगा, बल्कि संविधान से चलेगा।

रहमानी ने कहा, नया वक्फ कानून संविधान की आत्मा पर चोट पहुंचाता है। हम सरकार को यही संदेश देना चाहते हैं कि संविधान के हिसाब से उन्हें देश चलाना चाहिए। अगर केंद्र सरकार वक्फ पर पीछे नहीं हटती है, तो आंदोलन के अगले चरण में और बड़ा जनजागरण शुरू किया जाएगा। वहीं, इंडियन नेशनल लीग के मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि जल्द ही एक ऐसी क्रांति आएगी, जो जुल्म करने वालों को बहाकर ले जाएगी। यह जंग-ए-आजादी की एक और लड़ाई है। आयोजन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के दोनों गुटों के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी और मौलाना महमूद मदनी समेत कई अन्य मुस्लिम संगठनों के नेता भी मौजूद रहे।

दिल्ली में सम्मेलन के बाद अरशद मदनी ने सोशल मीडिया पर लिखा, सम्मेलन ने यह साबित कर दिया कि कोई भी ताकत या सरकार वक्फ की रक्षा के मामले में हमारी एकता और एकजुटता को नजरअंदाज नहीं कर सकती। वक्फ की रक्षा करना हमारा धार्मिक कर्तव्य है। मुसलमान हर बात पर समझौता कर सकते हैं, लेकिन अपने शरीयत में किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसलिए हम संशोधित वक्फ कानून खारिज करते हैं।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा पर तंज कसा है। ओवैसी ने कहा कि यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से पूछना चाहिए क्या मदीना वक्फ की जमीन पर बना है या नहीं? ओवैसी ने कहा, वक्फ बोर्ड पर भाजपा के एक सांसद ने संसद में दावा किया था कि मुस्लिम देशों में वक्फ जैसी संस्थाएं नहीं हैं। मैं भाजपा सांसद के इस दावे को सिरे से खारिज करता हूं। वक्फ हर मुस्लिम देश में मौजूद है, चाहे वह लोकतांत्रिक देश हो या उस देश में राजशाही हो।

Popular Articles