यरुशलम/नई दिल्ली। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दिल्ली में हुए आतंकी धमाके पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “आतंक शहरों को हिला सकता है, लेकिन हमारी आत्मा को नहीं”। उन्होंने इस हमले में मारे गए और घायल लोगों के प्रति संवेदना जताई तथा भारत की जनता और सरकार के साथ पूर्ण एकजुटता का संदेश दिया।
इजरायल ने कहा — भारत के दुख में हम साझेदार हैं
नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “दिल्ली में हुए जघन्य आतंकी हमले ने निर्दोष लोगों की जान ली है। यह सिर्फ भारत पर हमला नहीं, बल्कि मानवता पर हमला है। इजरायल इस कठिन समय में भारत के साथ खड़ा है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य डर और अव्यवस्था फैलाना है, लेकिन लोकतांत्रिक देशों की एकता और साहस ऐसे प्रयासों को कभी सफल नहीं होने देंगे।
इजरायली विदेश मंत्रालय ने भी एक अलग बयान जारी कर भारत के प्रति सहानुभूति और समर्थन जताया। मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा और खुफिया सहयोग पहले से मजबूत है और ऐसी घटनाओं के बाद यह साझेदारी और भी सुदृढ़ होगी।
भारत-इजरायल के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग का जिक्र
नेतन्याहू ने अपने संदेश में भारत और इजरायल के लंबे समय से चले आ रहे आतंकवाद विरोधी सहयोग का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने दशकों से इस खतरे का सामना किया है और अनुभव साझा करते हुए कई बार एक-दूसरे की मदद की है।
उन्होंने यह भी कहा कि “भारत की तरह इजरायल ने भी आतंकवाद की पीड़ा झेली है, लेकिन हमारे संकल्प और एकता ने हमें हर बार और मजबूत बनाया है।”
दिल्ली धमाके पर वैश्विक प्रतिक्रियाओं की बाढ़
दिल्ली में हुए इस धमाके की दुनिया भर के नेताओं ने निंदा की है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान सहित कई देशों ने भारत के प्रति एकजुटता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी बयान जारी कर कहा कि “आतंक का कोई औचित्य नहीं है” और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है।
भारत में इजरायली दूतावास ने झंडा झुकाया आधे मस्तूल पर
दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास ने धमाके के पीड़ितों की स्मृति में अपने राष्ट्रीय ध्वज को आधे मस्तूल पर फहराने की घोषणा की। दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि यह प्रतीकात्मक कदम भारत के साथ दुख और एकजुटता का संदेश देता है।
आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई पर फिर जोर
विशेषज्ञों का मानना है कि नेतन्याहू का यह बयान भारत और इजरायल के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में अहम है। दोनों देश पहले ही साइबर सुरक्षा, खुफिया जानकारी साझा करने और आतंकवाद रोधी अभियानों में मिलकर काम कर रहे हैं।





