चारधाम यात्रा से पहले रोडवेज की नई बसें नहीं आई हैं, जिसके कारण बूढ़ी हो चुकी रोडवेज की बसें तीर्थ यात्रियों को ढाे रही हैं। इन बसों में सफर करना खतरे से भरा है। ऋषिकेश रोडवेज डिपो में वर्तमान में 45 बसें हैं, जिनमें से 23 बसें अनुबंधित हैं। इन बसों की सभी किलोमीटर क्षमता पूरी हो चुकी है।
इन बसों की दूरी करीब सात लाख किलोमीटर से अधिक है, जो कि नियमानुसार पांच लाख किमी से अधिक संचालित नहीं हो सकती। ये बसें अलग-अलग मार्गों पर संचालित होती हैं जैसे ऋषिकेश-दिल्ली-घनसाली, ऋषिकेश-दिल्ली-गुप्तकाशी, आदि। इनकी संख्या करीब 12 है।
डिपो की रोडवेज बसों की मरम्मत के लिए पर्याप्त मात्रा में पार्ट्स न आने के कारण, बसों की मरम्मत के बाद उन्हें मार्ग पर दौड़ाया जाता है। ये बसें रास्ते में सभी की ज़िम्मेदारी लेती हैं। इसके अलावा, नई बसों की खरीद में लंबा समय लगने से पर्वतीय मार्गों पर नई बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है।