मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुईं। इस दौरान अदालत से ईडी ने कहा कि कविता के खिलाफ पर्याप्त सबूत और गवाहों के बयान हैं। वहीं, बीआरएस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। ईडी ने अदालत से कहा, ‘हमने डिजिटल डाटा निकालने के लिए उनके पति और नौकर को सोमवार को तलब किया है। हम दो अन्य व्यक्तियों को भी तलब कर रहे हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ बयान दिए।’ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद कविता को दिल्ली लाया गया, जहां उनसे दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की जाएगी। इसे पूरे मामले को लेकर ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, डॉक्टरों की एक टीम ईडी कार्यालय पहुंची है। बताया जा रहा है कि कविता की मेडिकल जांच की गई है। ईडी ने अदालत को यह भी बताया कि जब टीम तलाशी के लिए गई, तो लगभग 20 लोग अंदर घुस आए और रोकने की कोशिश की। हंगामा किया गया, उन्होंने खुद एक वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। एजेंसी ने यह भी कहा कि ट्रांजिट रिमांड उन एजेंसियों के लिए जरूरी है जो अधिकार क्षेत्र से बंधी हों। याचिकाकर्ता द्वारा असहयोग के कारण जांच में देरी हो रही है।
वहीँ इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है। सीएम रेवंत रेड्डी ने के कविता की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया और दावा किया कि चुनाव में भाजपा और बीआरएस को फायदा पहुंचाने के लिए ही के कविता की गिरफ्तारी हुई है। सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि ‘जब भी चुनाव आते हैं तो वे (भाजपा) केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं। इस (दिल्ली शराब नीति) मामले का तेलंगाना से कोई लेना-देना नहीं है। यह मामला दिल्ली की केजरीवाल सरकार के खिलाफ है। हमारे स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां पीएम मोदी की धुन पर नाच रही हैं। चुनाव से कुछ दिन पहले ही उन्होंने के कविता को गिरफ्तार किया है। यह भाजपा और बीआरएस को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है। यह गिरफ्तारी राजनीति का हिस्सा है।’ के कविता की गिरफ्तारी पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि ‘वे (सरकार) ईडी को औजार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और ऐसा लगता है कि वे केसीआर के भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीर हैं।’