पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश का महौल है। इसी बीच कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सुरक्षा में बड़ी चूक का नतीजा है। उन्होंने कहा कि तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद भी 26 लोगों की जान चली गई, जो बेहद गंभीर मामला है। साथ ही खरगे ने यह भी सवाल उठाया कि सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसमें मौजूद नहीं थे। मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के अनुपस्थिति को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनावी भाषण देने बिहार तो जा सकते हैं, लेकिन दिल्ली में इस गंभीर मसले पर जवाब देने नहीं आए। खरगे ने कहा कि पीएम मोदी को बताना चाहिए था कि यह हमला कैसे हुआ, इसमें किसकी गलती थी पुलिस, खुफिया एजेंसी या सुरक्षा एजेंसियों की। उन्होंने कहा कि हमें यह जानने का हक है कि असली चूक कहां हुई। आगे खरगे ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में माना कि यह सुरक्षा में चूक का मामला था और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसका आश्वासन दिया है। विपक्ष ने सरकार को इस मुद्दे पर पूरा समर्थन देने की बात भी कही। बता दें कि बीते 22 अप्रैल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिसमें ज्यादातर लोग पर्यटक थे। इसके साथ ही आप सांसद संजय सिंह ने कहा पूरा देश गुस्से में है, दुखी है और देश चाहता है कि केंद्र सरकार आतंकियों को उनकी भाषा में मुंहतोड़ जवाब दे। जिस तरह से उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या की है, उनके कैंपों को नष्ट किया जाना चाहिए और पाकिस्तान के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए…यह घटना 22 अप्रैल को हुई और 20 अप्रैल को सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी के बिना उस जगह को खोल दिया गया…सुरक्षा एजेंसियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी…हमने मांग की है कि जवाबदेही तय की जानी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए कि सुरक्षा में चूक क्यों हुई’।