नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री (MoS) मिनाक्षी मार्गेरिटा जल्द ही तीन देशों की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होंगी। इस दौरे के दौरान वह विभिन्न उच्च स्तरीय नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह दौरा भारत की “विस्तारित वैश्विक साझेदारी” नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों को और गहराई देना है।
मार्गेरिटा की यह यात्रा अगले सप्ताह से शुरू होगी, जिसमें वह (संभावित देशों) — [यदि देशों के नाम घोषित हों तो यहां जोड़े जा सकते हैं] — का दौरा करेंगी। इन मुलाकातों में व्यापार, निवेश, रक्षा सहयोग, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, और प्रौद्योगिकी विनिमय जैसे विषयों पर विशेष रूप से चर्चा होगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रत्येक देश में मार्गेरिटा अपने समकक्ष मंत्रियों के अलावा उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और भारतीय समुदाय से भी संवाद करेंगी। इसके साथ ही वह भारतीय सांस्कृतिक केंद्रों का दौरा करेंगी और भारत की ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘सस्टेनेबल डेवेलपमेंट’ पहलों को प्रस्तुत करेंगी।
अधिकारियों का कहना है कि यह यात्रा न केवल भारत के द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त करेगी, बल्कि दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने और विकासशील देशों के साथ नई भागीदारी की दिशा में भी अहम भूमिका निभाएगी।
विदेश नीति विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में भारत ने एशिया, अफ्रीका और लातिन अमेरिकी देशों के साथ साझेदारी को जिस तेजी से बढ़ाया है, यह यात्रा उसी निरंतरता का हिस्सा है। मार्गेरिटा के इस दौरे से भारत की “मित्रता और विकास सहयोग” की नीति को और बल मिलने की उम्मीद है।





