कर्मचारियों की कटौती के मुददे पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और सरकारी दक्षता मंत्रालय (डोजे) के प्रमुख एलन मस्क में शुक्रवार को तीखी नोकझोंक हुई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में कर्मचारियों की कटौती को लेकर मस्क व रूबियो में जोरदार बहस हुई। बात ज्यादा बढ़ने पर ट्रंप को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने अपने वरिष्ठ मंत्री रूबियो का बचाव किया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्पष्ट हो गया कि मस्क ने अपना नुकसान कर लिया है। ट्रंप ने एक बड़े प्रशासनिक बदलाव की घोषणा करते हुए कहा, अब से कैबिनेट मंत्री ही खर्च कटौती की प्रक्रिया का नेतृत्व करेंगे, जबकि मस्क और उनकी टीम केवल सलाहकार की भूमिका में रहेंगे। यह वाकया उस बैठक में हुआ, जिसमें ट्रंप ने अपने कैबिनेट प्रमुखों से कहा कि उनकी एजेंसियों में कर्मियों की नियुक्ति व नीति के बारे में अंतिम फैसला मस्क का नहीं, बल्कि उनका है। एलन मस्क और मार्को रूबियो में यह मतभेद कई हफ्तों से चल रहे थे। लेकिन इस बैठक में यह खुलकर सामने आए। बहस की शुरुआत तब हुई जब मस्क ने विदेश मंत्रालय के खर्चों में कटौती न करने को लेकर रूबियो की आलोचना की। मस्क ने विदेश मंत्रालय को जरूरत से ज्यादा बड़ा बताते हुए इसके बजट में कटौती की पैरवी की। रूबियो के पलटवार से बहस तीखी हो गई।बैठक में मस्क ने रूबियो पर किसी को भी नौकरी से न निकालने व कर्मचारियों की कटौती के प्रयास का विरोध करने का आरोप लगाया। इस पर रूबियो ने पलटवार किया, 1,500 कर्मियों ने समय पूर्व सेवानिवृत्ति ले ली है। रूबियो ने तंज कर पूछा, क्या मस्क चाहते हैं कि वे उन सभी लोगों को फिर से नौकरी पर रखें, ताकि वह उन्हें फिर से नौकरी से निकालने का दिखावा कर सकें। हालांकि, ट्रंप ने टकराव की खबरों को खारिज किया।अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनमें कहा गया है कि 50,000 डॉलर से अधिक की व्यय मदों के लिए अब एलन मस्क के सरकारी दक्षता मंत्रालय (डोजे) से अनुमोदन लेना जरूरी होगा। इस हफ्ते जारी दिशानिर्देशों में ईपीए परिचालन में नए दक्षता समूह, जिसे डोजे के नाम से जाना जाता है की भूमिका को बढ़ाया गया है।