वॉशिंगटन/नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने के फैसले के बाद भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो आज पहली बार आमने-सामने मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में व्यापारिक तनाव और रणनीतिक सुरक्षा सहयोग प्रमुख मुद्दे रहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप प्रशासन द्वारा हाल ही में लगाए गए नए टैरिफ से भारतीय निर्यातक खासे प्रभावित हुए हैं। यह विषय दोनों देशों के रिश्तों में नई चुनौतियां खड़ी कर रहा है। जयशंकर बैठक में भारत की चिंताओं को स्पष्ट रूप से उठाएंगे और टैरिफ में राहत की मांग करेंगे।
बैठक का एक बड़ा एजेंडा सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी भी होगा। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए भारत और अमेरिका दोनों साझा सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा करना चाहते हैं। इसके अलावा आतंकवाद, रक्षा सहयोग और तकनीकी आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर भी बात होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुलाकात दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव को कम करने का अवसर हो सकती है। हालांकि, ट्रंप के कड़े टैरिफ फैसलों के चलते भारत के लिए राहत पाना आसान नहीं होगा। ऐसे में जयशंकर की कूटनीतिक पहल का महत्व और बढ़ गया है।
कूटनीतिक हलकों में इस बैठक को अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसके नतीजे भारत-अमेरिका व्यापार और सुरक्षा संबंधों की दिशा तय कर सकते हैं।





