काहिरा/वॉशिंगटन/यरूशलम, 9 अक्टूबर।
दो साल से जारी इस्राइल–हमास युद्ध के बीच आखिरकार शांति की एक नई उम्मीद जगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में तैयार की गई 20 बिंदुओं वाली शांति योजना पर आधारित संघर्षविराम समझौते का पहला चरण तय हो गया है। इस ऐतिहासिक समझौते के तहत बंधकों की रिहाई, बमबारी पर रोक और गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने जैसे ठोस कदम उठाए जाएंगे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर गुरुवार को मिस्र की राजधानी काहिरा में होंगे। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप इसी सप्ताह इस्राइल और मिस्र की यात्रा पर जाएंगे ताकि समझौते के क्रियान्वयन की निगरानी की जा सके।
संघर्षविराम के पहले चरण में क्या-क्या शामिल है?
समझौते के पहले चरण के तहत हमास 7 अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान बंधक बनाए गए 48 इस्राइली नागरिकों को रिहा करेगा। हालांकि इनमें से केवल करीब 20 के जीवित होने की उम्मीद है।
इसके बदले इस्राइल सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा — जिनमें महिलाएं, नाबालिग और आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी शामिल होंगे।
पिछले समझौतों की तर्ज पर, एक इस्राइली बंधक के बदले कम से कम 100 फलस्तीनी रिहा किए जाएंगे। इसके साथ ही जब तक दोनों पक्ष संघर्षविराम की शर्तों को पूरी तरह स्वीकार नहीं करते, तब तक सभी सैन्य गतिविधियां रोक दी जाएंगी — जिसमें हवाई हमले, तोपों की गोलाबारी और जमीनी कार्रवाई शामिल हैं।
व्हाइट हाउस की पुष्टि
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा है कि सभी बंधकों की रिहाई के बाद इस्राइल 250 आजीवन कारावास पाए कैदियों और 1,700 गाजा नागरिकों को भी मुक्त करेगा, जिन्हें युद्ध के दौरान हिरासत में लिया गया था।
इसके अलावा, प्रत्येक मृत इस्राइली बंधक के बदले इस्राइल 15 मृत गाजावासियों के शव लौटाएगा।
ट्रंप की योजना के मुताबिक, समझौते की सार्वजनिक घोषणा के 72 घंटे के भीतर सभी बंधक—जीवित या मृत—रिहा कर दिए जाएंगे। साथ ही, कतर के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि इस चरण के दौरान गाजा में मानवीय राहत सामग्री और खाद्य सहायता भेजी जाएगी।
ट्रंप बोले – “यह अरब दुनिया और इस्राइल दोनों के लिए ऐतिहासिक दिन”
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर पोस्ट करते हुए इस समझौते को “ऐतिहासिक दिन” बताया। उन्होंने लिखा—
“यह न केवल अरब और मुस्लिम देशों के लिए, बल्कि इस्राइल, आसपास के देशों और अमेरिका के लिए भी महान दिन है। हम कतर, मिस्र और तुर्की जैसे मध्यस्थों के प्रयासों के आभारी हैं।”
ट्रंप की योजना को मध्य पूर्व में स्थायी शांति की दिशा में अब तक की सबसे ठोस पहल माना जा रहा है।
दो साल से जारी गाजा युद्ध की पृष्ठभूमि
गाजा में यह संघर्ष 7 अक्तूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इस्राइल पर भीषण हमला किया था। उस हमले में करीब 1,200 लोगों की मौत हुई और 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इसके बाद इस्राइल ने गाजा पर पूर्ण नाकाबंदी और युद्ध की घोषणा करते हुए बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक इस युद्ध में 67,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। लाखों लोग बेघर हो चुके हैं, जबकि क्षेत्र में भुखमरी और मानवीय संकट अपनी चरम सीमा पर है।
संयुक्त राष्ट्र ने भी गाजा में “मानवता के गंभीर संकट” की पुष्टि करते हुए तत्काल युद्धविराम और राहत की अपील की थी।
अगला चरण – पूर्ण संघर्षविराम और पुनर्निर्माण
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पहला चरण सफल रहता है, तो दूसरे चरण में स्थायी संघर्षविराम और गाजा के पुनर्निर्माण की दिशा में पहल की जाएगी। इसमें अमेरिका, मिस्र, कतर और यूरोपीय संघ की भूमिका अहम होगी।
मध्य पूर्व में दो साल से जारी इस खूनी संघर्ष के बीच यह समझौता एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है, जो इस्राइल और फलस्तीन के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी को कम करने की दिशा में पहली ठोस उम्मीद जगाता है।





