अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मेन की डेमोक्रेटिक गवर्नर जेनेट मिल्स के बीच खेलों में ट्रांसजेंडर महिलाओं को लेकर तीखी बहस हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने मिल्स को धमकी दी कि अगर वे उनके कार्यकारी आदेश का पालन नहीं करेंगी, तो उन्हें संघीय धनराशि से वंचित होना पड़ेगा। जिस पर मिल्स ने जवाब दिया, ‘हम मामला अदालत में उठाएंगे।’ राष्ट्रपति ट्रंप ने गवर्नर मिल्स के साथ व्हाइट हाउस में राज्यपालों की द्विदलीय बैठक में भाग लिया। इस दौरान ट्रंप और मिल्स के बीच तनावपूर्ण टकराव हुआ। इस बीच ट्रंप ने मिल्स को संघीय निधि रोकने की धमकी दी। ट्रंप ने मिल्स से पूछा- क्या आप इसका अनुपालन नहीं करेंगी? जवाब देते हुए मिल्स ने कहा कि मैं राज्य और संघीय कानूनों का पालन कर रही हूं। ट्रंप ने कहा कि अगर मिल्स ने आदेश का पालन नहीं किया, तो मेन को संघीय निधि नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘आपकी जनता नहीं चाहती कि पुरुष महिलाओं के खेलों में खेलें, इसलिए बेहतर है कि आप इसका पालन करें।’ इस पर मिल्स ने कहा, ‘हम आपको अदालत में देखेंगे।’ इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, ‘ठीक है, मैं आपको अदालत में देखूंगा। मैं इसके लिए उत्सुक हूं। यह वास्तव में आसान होगा।’
इस बीच, व्हाइट हाउस ने ट्रंप और मिल्स के बीच टकराव का एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने कार्यकारी आदेश की अवहेलना करने के लिए मेन की डेमोक्रेटिक गवर्नर जेनेट मिल्स को फटकार लगाई।’
इसके बाद, मिल्स ने शुक्रवार को राज्य से संघीय निधि रोकने की ट्रंप की धमकी के जवाब में एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि राज्य राष्ट्रपति ट्रंप की धमकी से डरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए निधि बहाल करने और शैक्षिक अवसरों की रक्षा करने के लिए यदि आवश्यकता पड़ी तो हम कानून कार्रवाई करेंगे।