अमेरिका में ट्रंप सरकार द्वारा लगातार सरकार की लागत में कटौती करने की कोशिश की जा रही है। इसी के तहत संघीय सरकार में कर्मचारियों की संख्या को कम किया जा रहा और हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। इसी तहत अमेरिका सरकार टैक्स इकट्ठा करने वाले विभाग आईआरएस में बड़े पैमाने पर छंटनी करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईआरएस विभाग में 7000 कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है। छंटनी में प्रोबेशनरी कर्मचारियों को निकालने की तैयारी है। खासकर वो कर्मचारी, जो अनुपालन काम से जुड़े हैं। अनुपालन काम के तहत कर्मचारी ये सुनिश्चित करते हैं कि करदाता कर संहिता का पालन करें, अपना आयकर रिटर्न दाखिल करें। छंटनी में उन प्रोबेशनरी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जाएगा, जिन्हें नौकरी करते हुए एक साल या उससे भी कम समय हुआ है। एलन मस्क के नेतृत्व वाली सरकारी दक्षता विभाग के सुझाव पर ये छंटनी हो रही है। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि छंटनी का इस साल टैक्स कलेक्शन पर कितना असर पड़ेगा। ट्रंप प्रशासन ने छंटनी का फैसला ऐसे समय किया है, जब पिछली बाइडन सरकार ने आईआरएस को अमीर लोगों से ज्यादा टैक्स इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी थी ताकि आय बढ़ सके। अमेरिका पर करीब 36 खरब डॉलर का कर्ज है। साल 2024 के अंत तक आईआरएस ने अमीर करदाताओं से 1.3 अरब डॉलर अतिरिक्त कर वसूला है। उल्लेखनीय है कि आईआरएस में कर्मचारियों की संख्या 90 हजार के करीब है। इनमें 65 प्रतिशत महिला कर्मचारी हैं। ट्रंप प्रशासन ने आईआरएस विभाग में इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की संख्या को देखते हुए उन्हें होमलैंड सिक्योरिटी के साथ अवैध अप्रवासियों की समस्या से निपटने में लगा दिया है। अमेरिका से इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध अप्रवासियों को निकाला जा रहा है।