टिहरी झील में शुक्रवार से तीन दिनों तक अंतरराष्ट्रीय स्तर के रोमांचक वाटर स्पोर्ट्स मुकाबलों का आगाज़ हो रहा है। झील पर आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन में इंटरनेशनल प्रेज़िडेंट कप के साथ चौथे टिहरी वाटर स्पोर्ट्स की भी शुरुआत होगी। इस प्रतियोगिता का आयोजन इंडियन कयाकिंग एंड केनोइंग एसोसिएशन (आईकेसीए) के सहयोग से किया जा रहा है, जो 30 नवंबर तक चलेगा।
इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत सहित 22 देशों के करीब 300 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। बृहस्पतिवार देर शाम तक लगभग सभी टीमें, उनके कोच और आयोजन से जुड़े प्रतिनिधि कोटीकॉलोनी पहुँच गए। खिलाड़ियों के पहुंचते ही झील क्षेत्र में नई रौनक और उत्साह देखने को मिला, जिससे माहौल पूरी तरह प्रतिस्पर्धात्मक और जीवंत हो गया है।
टिहरी झील में बन रहा है साहसिक खेलों का अंतरराष्ट्रीय हब
पिछले कुछ वर्षों से टीएचडीसी की पहल पर टिहरी झील में साहसिक जल क्रीड़ाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं ने इस क्षेत्र को एडवेंचर स्पोर्ट्स का नया आकर्षण केंद्र बना दिया है। इस वर्ष भी टीएचडीसी और आईकेसीए ने संयुक्त रूप से व्यापक तैयारियाँ की हैं ताकि आयोजन सुचारू और सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।
झील क्षेत्र में सौंदर्यीकरण, प्रकाश व्यवस्था, लाइनिंग, हेलीपैड की व्यवस्था और प्रतियोगिता के लिए आवश्यक तकनीकी उपकरणों को अंतिम रूप प्रदान किया जा चुका है। टिहरी झील को आकर्षक रंग-रूप देकर खिलाड़ियों और पर्यटकों के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया गया है।
तीन दिनों तक चलेगी रोमांचक कयाकिंग और केनोइंग प्रतिस्पर्धा
टीएचडीसी के डीजीएम एवं कार्यक्रम समन्वयक मोहन सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए सभी व्यवस्थाएँ पूरी कर ली गई हैं और अधिकतर प्रतिभागी पहुँच चुके हैं। अगले तीन दिनों तक विभिन्न वर्गों में ओपन कयाकिंग और केनोइंग स्पर्धाएँ आयोजित होंगी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के बीच रोमांचक और कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी, जो टिहरी झील को खेल प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना देगी।
इस आयोजन से न केवल साहसिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलने की उम्मीद है।





