अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर कनाडा से नाराज हो गए हैं। यही वजह है कि ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एलान किया कि उन्होंने टैरिफ को लेकर कनाडा के साथ सभी बातचीत एकतरफा तौर पर रोक दी हैं। ट्रंप की नाराजगी की वजह कनाडा के डिजिटल सर्विस टैक्स को माना जा रहा है। डिजिटल सर्विस टैक्स को बीते साल लागू किया गया था, लेकिन कंपनियां 30 जून से कर भुगतान शुरू करेंगी। डिजिटल सर्विस टैक्स सीधे तौर पर अमेरिका की बड़ी तकनीकी और ई-कॉमर्स कंपनियों को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा, जिसे लेकर ट्रंप नाराज हैं।
डिजिटल सेवा कर के तहत कनाडा सरकार विदेशी और घरेलू बड़ी तकनीकी कंपनियों पर यूजर्स के कंपनियों के साथ ऑनलाइन जुड़ने पर होने वाली कमाई पर टैक्स लगाएगी। यह टैक्स तीन प्रतिशत तक हो सकता है, जो यूजर्स के जुड़ाव, डेटा पर निर्भर करता है। कंपनियों द्वारा यूजर्स से राजस्व ऑनलाइन मार्केटप्लेस सेवाओं, ऑनलाइन विज्ञापन सेवाओं, सोशल मीडिया सेवाओं और उपयोगकर्ताओं के डेटा की बिक्री से अर्जित किया जाता है। यह टैक्स उन्हीं कंपनियों पर लगेगा, जिनका सालाना वैश्विक राजस्व 75 करोड़ यूरो या उससे अधिक है, साथ ही कंपनी का कनाडा में डिजिटल सेवा राजस्व दो करोड़ कनाडाई डॉलर से अधिक होना चाहिए। डिजिटल सेवा कर 1 जनवरी 2022 से प्रभावी है और कंपनियां 30 जून 2025 से इसका भुगतान शुरू करेंगी।