चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने शनिवार को आग के खतरे के कारण आपातकालीन आदेश जारी किया। उन्होंने देश के नुबल और मौले क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है, जिसका उद्देश्य जंगलों, खेतों, घरों और लोगों की सुरक्षा करना है। इस कर्फ्यू से अधिकारियों को संभावित आपराधिक गतिविधियों से निपटने में मदद मिलेगी। बोरिक ने राष्ट्रपति महल में इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें यह विश्वास है कि अरौकेनिया क्षेत्र (राजधानी सैंटियागो के दक्षिण में) को प्रभावित करने वाली आग जानबूझकर लगाई गई है, जिससे एक बड़ा क्षेत्र प्रभावित हुआ है। राष्ट्रपति बोरिक ने कहा कि हम ऐसे किसी भी व्यक्ति या संगठन के घृणित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो इस प्रकार के कृत्यों को अंजाम देते हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, चिली में वर्तमान में लगभग 15 सक्रिय आग की घटनाएं हैं, जो 40 डिग्री सेल्सियस (104 फारेनहाइट) से अधिक तापमान के कारण बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में अरौकेनिया क्षेत्र में आग के सिलसिले में 60 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पिछले साल वालपाराइसो क्षेत्र में जंगल की आग ने कई लोगों की जान ले ली थी। इसके अलावा, आग ने लगभग 1,000 से अधिक घरों को नष्ट कर दिया था।