गुप्तकाशी/देहरादून।
उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा इस बार नए कीर्तिमान रच रही है। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या ने अब तक का सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार तक यहां दर्शन करने पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या 16.56 लाख के पार पहुंच गई, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 16.52 लाख पर था। बारिश, बर्फबारी और विपरीत मौसम परिस्थितियों के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ।
🔹 23 अक्तूबर को बंद होंगे कपाट, अभी 15 दिन और जारी रहेगी यात्रा
बाबा केदार के कपाट भैयादूज (23 अक्तूबर) को शीतकालीन अवकाश के लिए बंद होंगे। उससे पहले तक यात्रा के और अधिक संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंच सकते हैं। बुधवार को ही 5614 तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ में दर्शन किए। प्रशासन को उम्मीद है कि यात्रा के शेष दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी।
🔹 कठिन मौसम में भी डटा रहा श्रद्धालुओं का उत्साह
मानसून सीजन में अतिवृष्टि, बादल फटना और भूस्खलन जैसी घटनाओं के कारण चारधाम यात्रा कुछ समय के लिए बाधित हुई थी। कई बार मार्गों को बंद भी करना पड़ा। बावजूद इसके, मौसम सामान्य होने के बाद तीर्थयात्रियों का सैलाब फिर से उमड़ा।
शासन और प्रशासन की टीमों ने युद्धस्तर पर राहत और बहाली कार्य करते हुए सभी मार्गों को सुचारु बनाया। यात्रा के दौरान अब तक किसी बड़ी दुर्घटना की खबर नहीं है।
🔹 चारधाम यात्रा का शुभारंभ और यात्रा मार्ग की स्थिति
इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद दो मई को केदारनाथ और चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे।
प्रदेश सरकार ने सभी मार्गों पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए विशेष तैयारी की। भूस्खलन प्रभावित स्थलों पर जेसीबी मशीनें, पुलिस बल और एसडीआरएफ टीमें लगातार तैनात हैं ताकि मार्गों की सफाई और यात्री सुरक्षा में कोई कमी न रहे।
🔹 बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में भी बढ़ रही है भीड़
केदारनाथ के साथ-साथ बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। धार्मिक आस्था के साथ-साथ सरकार द्वारा किए गए सुव्यवस्थित प्रबंधन और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम से भी यात्रियों को सुविधा मिल रही है।
🔹 मुख्यमंत्री धामी ने दिए सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, “यात्रा मार्गों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। मौसम खराब होने की स्थिति में यात्रियों को समय रहते सचेत किया जाए और अलर्ट मोड पर सभी अधिकारी तैनात रहें।”
प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को बार-बार सलाह दी जा रही है कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और खराब मौसम में यात्रा न करें।
🔹 “बाबा केदार की कृपा, श्रद्धा का प्रमाण”
केदारनाथ में इस बार दर्शनार्थियों की संख्या ने न केवल नया कीर्तिमान बनाया है, बल्कि यह दर्शाता है कि प्रकृति की चुनौतियों के बावजूद श्रद्धा और आस्था अडिग रहती है।
तीर्थनगरी में दुकानदारों, होटल संचालकों और स्थानीय नागरिकों में भी इस रिकॉर्ड को लेकर उत्साह है।


