प्रवर्तन निदेशालय ने 1,000 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले के सिलसिले में गोवा में कई जगहों पर तलाशी ली है। घोटाले के अंतर्गत पर्यटन स्थलों में ऊंची कीमत वाली भूमि का धोखाधड़ी से हस्तांतरण शामिल है। ईडी ने खुफिया जानकारी और उसके बाद वित्तीय जांच के आधार पर बृहस्पतिवार और शुक्रवार को छापे मारे। ईडी ने छापों में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए। इनमें जाली मालिकाना हक के दस्तावेज भी शामिल हैं। ये भूमि अभिलेखों में हेराफेरी और बारदेज तालुका में अंजुना, अरपोरा और असगांव जैसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में कई लाख वर्ग मीटर में फैले उच्च मूल्य के भूखंडों के धोखाधड़ीपूर्ण हस्तांतरण की ओर इशारा करते हैं। इसके अलावा ईडी ने 600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अचल संपत्तियों के मूल दस्तावेज भी जब्त किए। ईडी के अनुसार, ये संपत्तियां, जो मूल रूप से कुछ व्यक्तियों और पारिवारिक संपदाओं के स्वामित्व में थीं, उनकी सहमति के बिना अवैध रूप से बेची गईं, जिससे ऐसे पीड़ितों को गंभीर वित्तीय और कानूनी संकट का सामना करना पड़ा। इससे ऐसे पीड़ितों को गंभीर वित्तीय और कानूनी संकट का सामना करना पड़ा। ईडी के मुताबिक आपराधिक आय को विभिन्न व्यक्तियों और बेनामी संस्थाओं के माध्यम से आगे बढ़ाया गया और अंततः अचल संपत्ति, लक्जरी वाहनों और अन्य उच्च मूल्य वाली संपत्तियों में निवेश किया गया।ईडी ने पाया कि पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड रोहन हरमलकर है। शुक्रवार शाम को जारी ईडी के एक बयान के अनुसार, हरमलकर और अन्य सहयोगियों ने धोखाधड़ी के तरीकों जैसे प्रतिरूपण, फर्जी दस्तावेज तैयार करना, राजस्व रिकॉर्ड से छेड़छाड़ आदि के माध्यम से सही मालिकों से संबंधित भूमि को अवैध रूप से हड़पने की साजिश रची। हरमलकर ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव कुम्भरजुआ निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था।