गाज़ा में रविवार को हुए ताज़ा हमलों को इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जायज़ ठहराते हुए कहा कि इस्राइल के पास हमास को पूरी तरह हराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। सुरक्षा मंत्रिमंडल ने पिछले हफ्ते गाज़ा शहर के साथ केंद्रीय शिविरों और मुवासी में भी हमास के ठिकानों को ध्वस्त करने का आदेश दिया था। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि केंद्रीय शिविर में पाँच लाख से अधिक विस्थापित लोग रह रहे हैं।
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस योजना पर चर्चा की और समर्थन के लिए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस्राइल का लक्ष्य गाज़ा पर कब्ज़ा करना नहीं बल्कि उसे “आजाद” कराना है। गाज़ा में भुखमरी की बात को उन्होंने खारिज करते हुए एक बार फिर हमास को सभी समस्याओं के लिए ज़िम्मेदार ठहराया।
अमेरिका ने सुरक्षा परिषद में किया बचाव
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका ने कहा कि इस्राइल को अपनी सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम निर्णय लेने का अधिकार है, और गाज़ा में नरसंहार के आरोपों को झूठा बताया। वहीं, चीन ने सामूहिक दंड को अस्वीकार्य कहा, रूस ने शत्रुता में वृद्धि पर चेताया, और संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यालय ने स्थिति को “भुखमरी” की स्थिति बताया।
जर्मनी ने रोका हथियार निर्यात
बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच जर्मनी ने इस्राइल को गाज़ा में इस्तेमाल हो सकने वाले सैन्य उपकरणों का निर्यात रोक दिया है। हालांकि, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कहा कि बर्लिन और यरुशलम के बीच मित्रता की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।