हरिद्वार। आगामी कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने सभी विभागों को सतर्क रहने की सख्त हिदायत दी है। इस बार शासन-प्रशासन का रुख बेहद सख्त है। अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा गया है कि मेले के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या सुस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चेतावनी के अंदाज में कहा गया कि “अब मछलियों पर नहीं, मगरमच्छ पर कार्रवाई होगी।” यानी छोटी-मोटी चूक पर नहीं, बल्कि जिम्मेदार उच्च अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
कुंभ मेले के लिए अरबों रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जिसमें सड़क, पेयजल, सीवरेज, विद्युत, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा से जुड़े कार्य शामिल हैं। बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी निर्माण और विकास कार्य समयसीमा में पूरे हों तथा गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए।
बैठक के दौरान मेलाधिकारी ने कहा कि कुंभ का आयोजन देश और राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ा है। इसे लेकर शासन स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। हर विभाग को अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता से निभानी होगी। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वालों को इस बार “सिर्फ नोटिस” नहीं, बल्कि “कड़ी कार्रवाई” का सामना करना पड़ेगा।
इस दौरान तैयारियों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए। स्वच्छता और जल प्रबंधन से जुड़ी एजेंसियों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया। वहीं बिजली, यातायात और सुरक्षा इंतजामों पर फोकस करते हुए अधिकारियों को मौके पर नियमित निरीक्षण करने का आदेश दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु और संत-समाज हरिद्वार पहुंचेंगे, ऐसे में सभी कार्यों को सुचारू, सुरक्षित और समय पर पूरा करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
बैठक का माहौल इस बात का संकेत था कि इस बार सरकार लापरवाही पर “शून्य सहिष्णुता” की नीति अपनाने जा रही है। यानी अब “मछलियों” पर नहीं, सीधे “मगरमच्छों” पर शिकंजा कसेगा प्रशासन।





