डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के काश पटेल को संघीय जांच एजेंसी एफबीआई का नया निदेशक नियुक्त किया है। काश पटेल भले ही अब अमेरिकी नागरिक हैं, लेकिन वे अपने भारतीय संस्कार नहीं भूले हैं। इसकी झलक उस वक्त देखने को मिली, जब गुरुवार को सीनेट में उनकी नियुक्ति की पुष्टि के लिए बैठक हुई और उस बैठक से पहले काश पटेल ने अपने माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है। काश पटेल ने सीनेट की सुनवाई की शुरुआत भी भगवान का नाम लेकर की। काश पटेल ने जय श्री कृष्णा कहकर सबसे पहले अभिवादन किया और फिर कहा कि ‘मैं अपने पिता प्रमोद और मां अंजना का स्वागत करना चाहूंगा, जो आज यहां बैठे हैं। वे भारत से यहां आए हैं। मेरी बहन भी यहां मेरे साथ रहने के लिए महासागर पार करके आई है। आप लोगों का यहां होना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। जय श्री कृष्णा।’काश पटेल ने सुनवाई के दौरान कहा कि ‘जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे एफबीआई के निदेशक के रूप में नामित करने के अपने इरादे के बारे में बताया, तो मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा था।’ उन्होंने कहा कि ‘आज यहां बैठकर, मैं न केवल अपने माता-पिता के सपनों को लेकर चल रहा हूं, बल्कि उन लाखों अमेरिकियों की उम्मीदों को भी लेकर चल रहा हूं जो न्याय, निष्पक्षता और कानून के शासन के लिए खड़े हैं।’
सीनेट की न्यायिक समिति के सामने सुनवाई के दौरान काश पटेल को कड़े सवालों का सामना करना पड़ा। खासकर कैपिटल हिल दंगे को लेकर सीनेटर्स ने काश पटेल से कई मुश्किल सवाल पूछे। काश पटेल को डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है और वे एफबीआई को लेकर दिए बयानों को लेकर चर्चा में भी खूब रहे। काश पटेल एफबीआई मुख्यालय को बंद करने की बात कर चुके हैं और एफबीआई के मौजूदा कामकाज से खुश नहीं हैं।