Saturday, November 15, 2025

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काशीबुग्गा मंदिर हादसे के बाद प्रशासन सख्त — मंदिर परिसर में प्रवेश पर रोक, भगदड़ में नौ श्रद्धालुओं की गई थी जान

वारंगल (तेलंगाना)। काशीबुग्गा मंदिर में गुरुवार को हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन ने मंदिर क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया है और वहां सुरक्षा एवं व्यवस्था की समीक्षा जारी है।

घटना गुरुवार देर शाम काशीबुग्गा श्री कोडंडरामस्वामी मंदिर में वार्षिक उत्सव के दौरान हुई, जब अचानक बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए प्रवेश द्वार की ओर बढ़ने लगे। सीमित स्थान में भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई और कई लोग गिर पड़े। घायलों को तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां नौ लोगों ने दम तोड़ दिया।

हादसे के बाद पुलिस ने मंदिर के प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया है और अगली सूचना तक आम दर्शन पर रोक लगा दी है। अधिकारी अब भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन में हुई चूक की जांच कर रहे हैं।

वारंगल के पुलिस आयुक्त ए.वी. रघुनाथ ने बताया कि हादसे के दौरान मंदिर परिसर में भीड़ अपेक्षा से कहीं अधिक थी। उन्होंने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर को फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दर्शन की अनुमति दी जाएगी।”

राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को प्रत्येक को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों की जवाबदेही तय की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए स्थायी सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।

घटना के बाद मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस पर भीड़ नियंत्रण में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंदिर के भीतर और बाहर पर्याप्त बैरिकेडिंग नहीं थी, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी।

इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि घायलों में कुछ की हालत अभी भी गंभीर है। सभी घायलों का इलाज सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क किया जा रहा है।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे फिलहाल मंदिर क्षेत्र में जाएं और आधिकारिक घोषणा के बाद ही दर्शन के लिए आएं। सुरक्षा बलों को मौके पर तैनात कर दिया गया है, जबकि मंदिर के आसपास यातायात को भी अस्थायी रूप से डायवर्ट किया गया है।

काशीबुग्गा मंदिर हादसे ने एक बार फिर बड़े धार्मिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर कर दिया है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा अभियान जल्द शुरू किया जाएगा।

 

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