कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के नेता और अंतरिम प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस सप्ताह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद इस पद के लिए अभी तक किसी का चयन नहीं हुआ है। अब नए नेता के चुनाव के लिए पार्टी की ओर से बयान सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि पार्टी मतदान के बाद 9 मार्च को देश के अगले प्रधानमंत्री की घोषणा करेगी। ट्रूडो तब तक देश के प्रधानमंत्री बने रहेंगे जब तक कि नया नेता नहीं चुना जाता है। लिबरल की ओर से नए प्रधानमंत्री की रेस में पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी और पूर्व वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड का नाम सबसे आगे चल रहा है। लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा के अध्यक्ष सचित मेहरा ने एक बयान में कहा, ‘एक मजबूत और सुरक्षित राष्ट्रव्यापी प्रक्रिया के बाद, लिबरल पार्टी ऑफ कनाडा 9 मार्च को एक नया नेता चुनेगी और 2025 का चुनाव लड़ने और जीतने के लिए तैयार होगी।’ फ्रीलैंड कनाडा की पूर्व वित्त मंत्री रही हैं और जब यूएस, कनाडा और मैक्सिको के बीच पहले ट्रम्प प्रशासन के दौरान मुक्त व्यापार सौदा हुआ था, उसमें फ्रीलैंड की अहम भूमिका रही थी। फ्रीलैंड की पहचान एक उदारवादी नेता की है, जो पूर्व पत्रकार हैं। यूक्रेनी मूल की फ्रीलैंड, रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन की समर्थक रही हैं। वहीं कॉर्नी बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर रहे हैं। वह इस प्रतिष्ठित बैंक के पहले विदेशी गवर्नर थे। कॉर्नी ने कनाडा के केंद्रीय बैंक के प्रमुख के रूप में भी काम किया और 2008 के वित्तीय संकट से कनाडा के कई अन्य देशों की तुलना में तेजी से उबरने में अहम भूमिका निभाई थी। कॉर्नी एक उच्च शिक्षित अर्थशास्त्री हैं, जिन्हें यूके की ब्रेक्सिट से अलग होने की स्थिति में हालात का प्रबंधन करने में भी मदद की थी। हालांकि उनके पास राजनीतिक अनुभव की कमी है। लिबरल पार्टी ने कहा कि पीएम पद की दौड़ में शामिल होने का शुल्क 350,000 कनाडाई डॉलर (243,000 डॉलर) होगा और उम्मीदवारों को 23 जनवरी तक इसकी घोषणा करनी होगी। पार्टी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के लिए मतदाता कनाडाई नागरिक या स्थायी निवासी होना चाहिए।कनाडा में यह राजनीतिक उथल-पुथल ऐसे समय हो रही है, जब अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा को 51वां राज्य बताते हुए कनाडा को अमेरिका के साथ मिलने का ऑफर दे रहे हैं। ट्रंप ने कनाडा के सभी सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी है। कनाडा के अगले प्रधानमंत्री, देश के इतिहास में सबसे कम समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले प्रधानमंत्री हो सकते हैं क्योंकि तीनों विपक्षी दलों ने 24 मार्च को संसद सत्र शुरू होने के बाद अविश्वास मत के ज़रिए लिबरल की अल्पमत सरकार को गिराने की बात कही है। हाल के सर्वेक्षणों से पता चलता है कि लिबरल पार्टी के अगले चुनाव में जीतने की संभावना कम है। नैनोस के नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार, लिबरल पार्टी 23 प्रतिशत, तो विपक्षी कंज़र्वेटिव पार्टी को 45 प्रतिशत लोगों की पसंद बनकर उभरी है। ट्रूडो ने अपनी पार्टी और देश दोनों में समर्थन में लगातार कमी के चलते सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।