भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोप में हिरासत में लिए गए इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू को अब औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की तैयारी है। दरअसल तुर्किये के अभियोजकों ने इमामोग्लू को गिरफ्तार करने की मांग है, अब अदालत इस पर अंतिम फैसला करेगी। एकरेम इमामोग्लू को तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन का सबसे बड़ा विरोधी और प्रतिद्वंदी माना जाता है। आगामी राष्ट्रपति चुनाव में इमामोग्लू ही एर्दोआन को चुनौती देने वाले हैं, लेकिन अब उनके आरोपों में फंसने के बाद इस पर संशय के बादल मंडरा गए हैं। विपक्ष इसे सरकार पर विरोध को दबाने की कोशिश करार दे रहा है। इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्किये में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। तुर्किये के अलग-अलग शहरों में इमामोग्लू के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही हैं। कई लोग इमामोग्लू की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। हालांकि सरकार इन आरोपों से इनकार कर रही है और सरकारी अधिकारियों का तर्क है कि तुर्किये में न्यायपालिका स्वतंत्र हैं। शनिवार को पुलिस ने इस्तांबुल के मेयर इमामोग्लू से करीब पांच घंटे पूछताछ की। इमामोग्लू पर प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी या पीकेके की मदद करने का आरोप है। शुक्रवार को भी इमामोग्लू से भ्रष्टाचार के मामले में चार घंटे पूछताछ की गई थी। पूछताछ में इमामोग्लू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर दिया। विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार ने जिस जगह इमामोग्लू को रखा हुआ है, उसके आसपास भारी बैरिकेडिंग की हुई है और नजदीकी मेट्रो स्टेशन को जाने वाली सड़कें भी बंद कर दी गई हैं। सुरक्षा में हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। हालांकि इसके बावजूद कोर्टहाउस के बाहर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हैं।
तुर्किये में इमामोग्लू की गिरफ्तारी से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ रहे हैं और इन्हें बीते एक दशक का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक भी हुआ है और पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। शनिवार रात को हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते 323 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इमामोग्लू को हिरासत में लिए जाने के बाद से विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ रहे हैं। इमामोग्लू के साथ ही कई अन्य विपक्षी नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है, जिनमें दो अन्य मेयर भी शामिल हैं।