नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई हैं। सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर एनडीए के प्रमुख नेताओं की अहम बैठक हुई। बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी तथा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक बिहार की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों, गठबंधन की एकजुटता और आगामी चुनावी तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी। माना जा रहा है कि बैठक में सीट बंटवारे, संगठन की स्थिति, और लोकसभा उपचुनाव की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई।
बिहार पर केंद्रित रही चर्चा
बैठक में विशेष रूप से बिहार में भाजपा और सहयोगी दलों के बीच तालमेल को मजबूत करने के मुद्दे पर बात हुई। सूत्रों के अनुसार, नड्डा ने बिहार इकाई को स्पष्ट निर्देश दिए कि संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय किया जाए और विपक्ष के आरोपों का राजनीतिक जवाब दिया जाए।
एनडीए के भीतर हाल के दिनों में बढ़ती राजनीतिक बयानबाजी और आगामी चुनावी समीकरणों के मद्देनजर यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व बिहार में पार्टी की स्थिति को सशक्त बनाना चाहता है, ताकि 2024 के बाद राज्य में पार्टी की भूमिका और निर्णायक हो सके।
गठबंधन में समन्वय पर जोर
सूत्र बताते हैं कि बैठक में सहयोगी दलों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। चर्चा इस बात पर हुई कि एनडीए के सभी घटक दलों को जमीनी स्तर पर सक्रिय रखा जाए और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाया जाए।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक में कहा कि “एनडीए की एकजुटता ही विपक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। हमें जनता के बीच भरोसा बनाए रखने के लिए समन्वय और संवाद दोनों को प्राथमिकता देनी होगी।”
राजनीतिक संकेतों की चर्चा तेज
राजनीतिक गलियारों में इस बैठक को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ सूत्रों का कहना है कि यह बैठक हाल में नीतीश कुमार के रुख और बिहार में सत्ता समीकरणों को ध्यान में रखते हुए बुलाई गई। जबकि अन्य इसे 2025 के विधानसभा चुनावों की प्रारंभिक तैयारी से जोड़कर देख रहे हैं।
एनडीए में जारी है सक्रियता
बीते कुछ हफ्तों में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं। सम्राट चौधरी और नित्यानंद राय दोनों को बिहार में पार्टी की रणनीति के प्रमुख चेहरे के रूप में देखा जा रहा है। दोनों नेताओं की दिल्ली में उपस्थिति को भी बिहार की सियासत के संदर्भ में अहम माना जा रहा है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में एनडीए के अन्य प्रमुख नेताओं के साथ एक और उच्चस्तरीय बैठक प्रस्तावित है, जिसमें बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा हो सकती है।
एनडीए में हालिया गतिविधियाँ इस ओर संकेत दे रही हैं कि भाजपा आने वाले महीनों में गठबंधन की मजबूती और चुनावी तैयारियों को लेकर राजनीतिक रूप से आक्रामक रुख अपनाने के मूड में है। नड्डा की अगुवाई में हुई यह बैठक इसी रणनीतिक मंथन का हिस्सा मानी जा रही है।





