देहरादून/नैनीताल: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने की घोषणा करते हुए कहा है कि सरकार अब पर्यटन को केवल सीजन तक सीमित नहीं रखेगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार की नई रणनीतियों के तहत पर्यटन क्षेत्र को इस तरह विकसित किया जा रहा है कि स्थानीय युवाओं और निवासियों को पूरे साल (12 महीने) रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।
सीजनल पर्यटन की निर्भरता होगी खत्म
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में अब तक पर्यटन मुख्य रूप से चारधाम यात्रा या गर्मियों की छुट्टियों तक ही सिमटा रहता था। उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारी सरकार ‘ऑल वेदर टूरिज्म’ (हर मौसम में पर्यटन) के मॉडल पर काम कर रही है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन और बेहतर सड़क नेटवर्क के माध्यम से हम दूरस्थ गांवों तक पर्यटकों को पहुँचाएंगे, जिससे शीतकालीन पर्यटन (विंटर टूरिज्म) को भी बढ़ावा मिलेगा।”
होमस्टे योजना बनेगी रोजगार का आधार
मुख्यमंत्री ने पर्यटन से रोजगार जोड़ने के लिए ‘होमस्टे’ योजना को सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बताया। उन्होंने कहा कि गांवों में होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए सरकार न केवल सब्सिडी दे रही है, बल्कि युवाओं को प्रशिक्षण भी प्रदान कर रही है। इससे न केवल पलायन रुकेगा, बल्कि गांव का पैसा गांव में ही रहेगा। सीएम के अनुसार, जब पर्यटक हर मौसम में गांवों तक पहुँचेगा, तो गाइड, टैक्सी चालक, होटल व्यवसायी और हस्तशिल्प कलाकारों को साल भर काम मिलेगा।
साहसिक और धार्मिक पर्यटन का नया हब
सरकार अब धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक (एग्रो-टूरिज्म और एडवेंचर स्पोर्ट्स) और वेलनेस पर्यटन पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि योग, आयुर्वेद और रिवर राफ्टिंग जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं, जिनका लाभ उठाकर स्वरोजगार को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि “मानसखंड मंदिर माला मिशन” के जरिए कुमाऊं क्षेत्र के प्राचीन मंदिरों को विकसित किया जा रहा है, जिससे वहां भी पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी होगी।
स्थानीय उत्पादों को मिलेगा वैश्विक बाजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन स्थल केवल घूमने की जगह नहीं, बल्कि स्थानीय उत्पादों की बिक्री के केंद्र भी बनेंगे। पर्यटकों के साल भर आने से स्थानीय फल, सब्जियां और हस्तशिल्प (वोकल फॉर लोकल) को बड़ा बाजार मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था से उत्तराखंड आने वाले वर्षों में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा।
इस घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे पर्यटन संबंधी बुनियादी ढांचों के कार्यों में तेजी लाएं और युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों को विस्तार दें।





