यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार को एक बड़ा प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन कम से कम 30 दिनों के लिए नागरिक इलाकों पर लंबी दूरी के ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोकने को तैयार है। यह प्रस्ताव उन्होंने ईस्टर के दिन हुई शांति की एक झलक के बाद दिया। जेलेंस्की ने बताया कि ईस्टर के दिन कोई हवाई हमला नहीं हुआ, लेकिन रूस ने जमीन पर 2,000 से ज्यादा बार युद्धविराम का उल्लंघन किया। फिर भी उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर हवाई हमले रुक सकते हैं, तो इस शांति को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि ईस्टर के दिन रूस ने युद्धविराम का दो हजार बार उल्लंघन किया, लेकिन हवाई हमले नहीं हुए। इसका मतलब है कि ये एक ऐसा प्रारूप है जिसे हासिल किया जा सकता है और इसे बढ़ाना आसान है। इसके साथ ही जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि अगर रूस इस प्रस्ताव को नहीं मानता, तो यह साबित होगा कि वह केवल युद्ध को लंबा खींचना और आम लोगों की जान लेना चाहता है।
इसके साथ ही जेलेंस्की ने आगे बताया कि रूस ने हाल ही में यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में कुल 67 हमले किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा हमले पोक्रोवस्क दिशा में हुए हैं। उन्होंने कहा कि रूस की ओर से 1,355 बार गोलाबारी की गई, जिनमें से 713 बार भारी हथियारों का इस्तेमाल हुआ। इसके अलावा, रूस ने 673 बार एफपीवी ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। जेलेंस्की का कहना है कि ये हमले नागरिक इलाकों और यूक्रेनी सैनिकों दोनों को निशाना बना रहे हैं।
बढ़ते तनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के बीच रूस ने भी यूक्रेन पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप लगाया। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने 444 बार उनके ठिकानों पर गोलियां और मोर्टार दागे। साथ ही 900 छोटे ड्रोन और 48 बड़े यूएवी (ड्रोन) भी छोड़े। इसके जवाब ने जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने ईस्टर के दिन अपने हमले और तेज़ कर दिए, जबकि पुतिन ने 30 घंटे के युद्धविराम की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच 2022 से जारी संघर्ष में यह दूसरी बार युद्धविराम की कोशिश हुई है। इससे पहले जनवरी 2023 में ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस के मौके पर भी युद्धविराम की घोषणा की गई थी, लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाई थी।