ईरान से लगातार मिल रही धमकियों को देखते हुए इस्राइल अपना रक्षा को और मजबूत कर रहा है। इस्राइल अपनी बिजली आपूर्ति में विविधता ला रहा है। इस्राइल के लिए बिजली की आपूर्ति निरंतर बनाए रखना अर्थ व्यवस्था के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है। शहरों के महापौरों के पास बैटरी-समर्थित सायरन तैयार किए गए हैं। इस्राइल के अधिकारियों ने बताया कि देश सबसे बुरी स्थिति केलिए खुद को तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश ने पहले ही अप्रैल में ईरान से मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार झेल ली है और महीनों तक उत्तर और दक्षिण में अपने प्रतिनिधियों से नियमित हमलों को सहन किया है। हम सबसे खराब स्थिति के लिए तैयारी कर रहे हैं। जिसमें वैकल्पिक ईंधन का भंडारण भी शामिल है। देश में विद्युत ऊर्जा के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता इस्राइल इलेक्ट्रिक कॉर्पोरेशन के संचालन, रसद और सुरक्षा के उपाध्यक्ष, तामार फेकलर ने कहा, “हमने असीमित मात्रा में खरीदारी की। आईईसी ने अपने बिजली संयंत्रों में ऑन-साइट सुरक्षा का निर्माण किया है।’’ उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर को हमास द्वारा इस्राइल पर आश्चर्यजनक हमले के बाद से ईरान समर्थित आतंकवादी समूह को अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन नामित किया गया है। अपतटीय गैस रिगों पर हिजबुल्लाह के हमलों का खतरा रहा है। लेबनानी मिलिशिया भी ईरान द्वारा समर्थित है और अमेरिका द्वारा इसे आतंकवादी समूह भी माना जाता है। अधिकारियों ने कहा कि चौतरफा युद्ध की स्थिति में इस्राइल मामले-दर-मामले के आधार पर रिग शटडाउन का फैसला करेगा, जिससे जल्द ही पूरी तरह से बंद होने की संभावना नहीं होगी।
इस्राइली सैनिकों ने शुक्रवार को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर पर नया हमला कर हमास के लड़ाकों को निशाना बनाया है। सेना ने कहा, बार-बार हमलों के बावजूद अब भी हमास के आतंकी वहां सक्रिय हैं। उधर, अमेरिका, कतर और मिस्र के मध्यस्थों ने इस्राइल-हमास के बीच युद्धविराम के प्रयास फिर बढ़ा दिए हैं, क्योंकि पश्चिमी एशिया में इस्लामी देशों के एकजुट होने से नए समीकरण बनने लगे हैं।





