इस्राइली वायु सेना (आईएएफ) ने हाल ही में हूती विद्रोहियों द्वारा इस्राइल में किए गए हमलों के जवाब में यमन में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें विशेष रूप से हूती नियंत्रित स्थल बिजली संयंत्र और एक बंदरगाह को निशाना बनाया गया। हूती संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस्राइली हमलों में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 अन्य घायल हुए हैं। इस बीच, हिजबुल्ला ने अपने नेता हसन नसरल्ला की मौत के बाद हाइफा और उत्तरी इस्राइल को निशाना बनाकर मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं, जिससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने इस्राइली वायु सेना द्वारा यमन में किए गए हवाई हमलों की जानकारी साझा की। आईडीएफ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘आईएएफ ने इस्राइल के खिलाफ उनके हालिया हमलों के जवाब में यमन में हूती आतंकवादी शासन से संबंधित सैन्य ठिकानों पर हमला किया। लक्ष्यों में बिजली संयंत्र और एक बंदरगाह शामिल थे, जिनका इस्तेमाल हूतियों द्वारा सैन्य आपूर्ति और तेल के अलावा ईरानी हथियारों को क्षेत्र में स्थानांतरित करने के लिए किया जाता था।’आईडीएफ ने इस्राइली नागरिकों की सुरक्षा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, ‘पिछले एक साल से, हूती ईरान के निर्देशन-वित्त पोषण के तहत और इराकी मिलिशिया के सहयोग से इस्राइल पर हमला कर रहे हैं। वह क्षेत्रीय स्थितरता को कम करने और नेविगेशन की वैश्विक स्वतंत्रता को बाधित करने का काम कर रहे हैं। आईडीएफ इस्राइल के नागरिकों के लिए सभी खतरों के खिलाफ निकट या दूर किसी भी दूरी पर संचालन जारी रखने के लिए दृढ़ है।’आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने यमन में हूती बलों के खिलाफ आईएएफ ऑपरेशन की पुष्टि की। हलेवी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि बहुत दूर, और भी दूर तक कैसे पहुंचना है। हम जानते हैं कि वहां सटीक तरीके से कैसे हमला करना है।’
यमन पर किए गए हमलों के बाद इस्राइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने आईएएफ कमांड और कंट्रोल सेंटर का दौरा किया। उन्होंने हूती आतंकवादी संगठन के खिलाफ किए गए आईएएफ हमलों की जानकारी ली। इस दौरान गैलेंट ने कहा, ‘हमारा संदेश स्पष्ट है- हमारे लिए कोई भी स्थान बहुत दूर नहीं है।’