केंद्र सरकार ने विमानन कंपनियों को चेतावनी दी है कि वह मौजूदा हालात में श्रीनगर से बाहर जाने वाली उड़ानों के किराये पर लगाम लगा कर रखें। हालांकि, बुधवार देर शाम तक हवाई टिकट बिक्री की तमाम वेबसाइटों पर श्रीनगर से दिल्ली, मुंबई या दूसरे शहरों की टिकट की स्थिति बताती है कि चेतावनी काम नहीं कर रही है।
गुरुवार को श्रीनगर-नई दिल्ली का किराया 29 हजार रुपये पार कर गया है, जो आम तौर पर अधिकतम 10-12 हजार रुपये रहता है। सभी एयरलाइनों ने कश्मीर से बाहर जाने वाले पर्यटकों को बगैर किसी अतिरिक्त शुल्क के हवाई यात्रा फिर से निर्धारित करने या टिकट रद करने की सुविधा दी है। एयरलाइनों का कहना है कि किराया मांग के आधार पर बढ़ता-घटता रहता है।
दैनिक जागरण ने बुधवार शाम साढ़े सात बजे तब हवाई टिकट बिक्री की तमाम साइटों को चेक किया, तो यह बात सामने आई कि गुरुवार (24 अप्रैल) को श्रीनगर-नई दिल्ली की टिकट स्पाइस जेट पर न्यूनतम 16,416 रुपये, एयर इंडिया एक्सप्रेस पर न्यूनतम 15,948 रुपये पर उपलब्ध है। स्पाइस जेट की देर शाम की फ्लाइट 29,758 रुपये की है। अलग-अलग साइटों पर इन टिकटों के दाम में कुछ अंतर है।
यह पहला मौका नहीं है जब विमानन कंपनियों ने आपदा में अवसर तलाशने की कोशिश की है। पूर्व में भी कई बार राष्ट्रीय आपदा आने या त्योहारों के समय विमानन कंपनियां कुछ खास रूट पर इसी तरह से बेहिसाब किराया बढ़ा देती हैं।
इससे पहले दोपहर में नागरिक विमानन मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि श्रीनगर से पर्यटकों को बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त उड़ानें शुरू की जाएंगी। विमानन कंपनियों से कहा गया है कि वह किराये को नियंत्रण में रखें ताकि लोगों पर ज्यादा आर्थिक बोझ न पड़े।
नागरिक विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने बताया कि विमानन कंपनियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह ज्यादा किराया न लें। नायडू ने यह भी कहा है कि वह व्यक्तिगत तौर पर नजर रख रहे हैं और इस बारे में लगातार गृह मंत्रालय व एयरलाइनों के साथ संपर्क में हैं।
हवाई किराये पर नजर रखने की बात भी उन्होंने कही है ताकि इसमें अनावश्यक तेजी ना हो पर जमीनी तौर पर ऐसा होता नहीं दिख रहा। हालांकि इंडिगो ने कहा है कि वह किराये को उचित रखने की कोशिश कर रही है।यह भी बताया गया कि बुधवार को सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक 20 उड़ानों से 3,337 यात्रियों ने कश्मीर से बाहर के लिए उड़ान भरी है।
कश्मीर से दूसरे शहरों के लिए मुख्य तौर पर एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइस जेट अपनी सेवाएं देती हैं।
जम्मू-कश्मीर में फंसे या वहां जाने वाले पर्यटकों की मदद के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय आगे आया है। मंत्रालय ने देशभर के टूरिस्ट सर्विस प्रोवाइडरों व होटल संचालकों के लिए बुधवार को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बु¨कग रद कराने पर ली जाने वाली कैंसिलेशन फीस माफ करने सहित सहूलियत के लिए सभी जरूरी उपाय करने की सलाह दी गई है।
मंत्रालय ने यह निर्देश ऐसे समय दिया है, जब घटना के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक बुकिंग रद करा रहे हैं।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी घटना के बाद वहां फंसे या जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव व पर्यटन सचिव के साथ वह खुद और मंत्रालय लगातार संपर्क में है। उनकी कोशिश है कि जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को लगे झटके को कैसे कम किया जाए।