दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव में मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। AAP ने कांग्रेस को तीन सीटें देने का प्रस्ताव रखा है, जबकि कांग्रेस ने AAP को चार सीटों पर प्रतिस्थापित करने का प्रस्ताव स्वीकार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस समझौते के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुनाव में चुनौती उत्पन्न होगी। दिल्ली में AAP ने कांग्रेस को चांदनी चौक सीट का प्रस्ताव दिया है, जबकि पूर्वी दिल्ली और नॉर्थ ईस्ट सीटों पर भी कांग्रेस को प्रस्थानित किया गया है। AAP अपनी तीन सीटों की पेशकश पर कांग्रेस के साथ सहमत है।
इस निर्णय के बाद, कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ सकेगी, जबकि AAP नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट से चुनाव लड़ सकती है।
आम आदमी पार्टी के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज के साथ मीडिया के सामने आकर यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसी भी इंडिया गठबंधन को छोड़ नहीं रही है और चुनाव में गठबंधन से ही भाग लेगी।
इसके बाद सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी की धमकी से आम आदमी पार्टी नहीं डर रही है। वह बताए गए आरोपों के तहत केजरीवाल को सात बार ईडी का नोटिस भेजा गया है, और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
इस संबंध में दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि भाजपा दिल्ली में AAP और कांग्रेस के गठबंधन से डरी है, और उसके कारण वह कोर्ट में चल रही सुनवाई की इंतजार नहीं कर पा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि AAP इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी, और उनके तहत भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी।