भारत और कुवैत ने रविवार को आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ने व आपस में सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खाड़ी देश की यात्रा के दौरान दोनों पक्षों के बीच आतंकवाद की चुनौती से निपटने के तरीकों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में दोनों पक्षों ने सीमा पार आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण नेटवर्क और पनाह देने वाले आतंकी ढांचे को खत्म करने का आह्वान किया। बयान में आतंकवादी गतिविधियों को पाकिस्तान के समर्थन का भी जिक्र किया गया। बयान में आगे कहा गया कि कैसे आतंकी साइबर स्पेस का उपयोग करके कट्टरपंथ और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी की कुवैत के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकों के दौरान महत्वाकांक्षी निवेश संधि को जल्द ही अंतिम रूप देने पर सहमति बनी। दोनों पक्षों ने ऊर्जा क्षेत्र में मौजूदा क्रेता-विक्रेता संबंध को अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में व्यापक जुड़ाव में बदलने पर भी चर्चा की। इस बीच, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2013 से सितंबर 2024 के बीच खाड़ी सहयोग परिषद देशों से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) बढ़कर 24.54 अरब डॉलर से अधिक हो गया है जो अप्रैल 2000 से सितंबर 2013 के बीच इन देशों से आए 3.046 अरब डॉलर के एफडीआई की तुलना में आठ गुना अधिक है।