नई दिल्ली। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के भारत दौरे और आतंकवाद पर दिए गए स्पष्ट रुख ने पाकिस्तान की तिलमिलाहट बढ़ा दी है। भारत और अफगानिस्तान के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद जारी साझा बयान में जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताए जाने पर पाकिस्तान ने कड़ा एतराज जताया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है।
अफगान विदेश मंत्री मुत्तकी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई थी, की कड़ी निंदा की। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसके लिए अफगानी समकक्ष का आभार जताया।
मुत्तकी ने पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “अफगानिस्तान की धरती किसी भी सूरत में आतंक के लिए इस्तेमाल नहीं की जाएगी।” उन्होंने दो टूक कहा,
“पाकिस्तान की यह हरकत बिल्कुल गलत है। हमने बातचीत के दरवाजे खुले रखे हैं, लेकिन समस्या का हल उन्हें खुद निकालना होगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि 40 साल बाद अफगानिस्तान शांति और विकास की राह पर बढ़ रहा है।
2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद यह दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की पहली मुलाकात थी। इस दौरान मुत्तकी ने भारत को भरोसा दिलाया कि अफगानिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए रहेगा और किसी भी देश को अपनी जमीन आतंक फैलाने के लिए इस्तेमाल नहीं करने देगा।





