अमरावती/विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के बापटला जिले के पास आज तड़के टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 18189) में आग लगने से एक बड़ा हादसा हो गया। ट्रेन के एक एसी (AC) कोच से शुरू हुई चिंगारी ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इस दुखद घटना में एक यात्री की झुलसने से मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के वक्त कोच में करीब 158 यात्री सवार थे, जिससे मौके पर चीख-पुकार मच गई।
तड़के मची अफरा-तफरी, नींद में थे यात्री
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा सोमवार तड़के उस समय हुआ जब ट्रेन अपनी रफ्तार से दौड़ रही थी और अधिकांश यात्री गहरी नींद में थे। ट्रेन के बी-1 (B1) कोच से अचानक धुआं निकलने लगा। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग की लपटों ने पूरे डिब्बे को अपनी चपेट में ले लिया।
- इमर्जेंसी चेन पुलिंग: सजग यात्रियों ने तुरंत चेन खींचकर ट्रेन को रोका, जिससे एक बड़ी जनहानि होने से टल गई।
- जान बचाकर भागे लोग: ट्रेन के रुकते ही यात्री खिड़कियों और दरवाजों से बाहर कूदने लगे। अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में शुरुआत में काफी दिक्कतें आईं।
राहत और बचाव कार्य
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और दमकल विभाग की गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आग प्रभावित कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया है ताकि अन्य डिब्बों तक लपटें न फैलें।
- मृतक की पहचान: हादसे में जान गंवाने वाले यात्री की शिनाख्त की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दम घुटने और गंभीर रूप से झुलसने के कारण उनकी मौत हुई।
- घायलों का उपचार: घायल यात्रियों को एम्बुलेंस के जरिए नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है।
शॉर्ट सर्किट हो सकता है कारण
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण ‘शॉर्ट सर्किट’ बताया जा रहा है, हालांकि रेलवे ने मामले की उच्च स्तरीय जांच (High-level Inquiry) के आदेश दे दिए हैं।
रेलवे प्रवक्ता का बयान: “यह एक बेहद दुखद घटना है। प्रभावित कोच के यात्रियों को दूसरी बोगियों में शिफ्ट कर दिया गया है। यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”





