आंध्रप्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष तम्मीनेनी सीताराम ने दलबदल मामले में कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आठ विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, जिसमें सत्ताधारी दल और विपक्षी दल दोनों के सदस्य शामिल हैं। सीएमओ के बयान के अनुसार, विधायकों की अयोग्यता के आरोप में पर्याप्त सबूत पाए गए और उन्हें अयोग्य करार दिया गया। इस निर्णय के बाद, आंध्र प्रदेश में खाली होने वाली सीटों को भरने के लिए उप-चुनाव की तैयारियां शुरू होंगी।
यह निर्णय राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा और सत्ता के संतुलन पर प्रभाव डाल सकता है। अयोग्यता की कार्रवाई से पार्टी अनुशासन के उल्लंघन का आरोप साबित होने के साथ ही, इससे लोकतांत्रिक मूल्यों और मतदाताओं के आदर्शों को सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है।